Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Sep, 2025 11:52 AM

देवघर के मधुपुर क्षेत्र में सोमवार को दिनदहाड़े एक भयंकर घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। छह हथियारबंद बदमाशों ने HDFC बैंक की शाखा पर हमला बोल दिया और करीब दो करोड़ रुपये से अधिक की लूट की वारदात को अंजाम दिया। यह वारदात इतनी बेरहम थी कि अपराधियों...
नेशनल डेस्क: देवघर के मधुपुर क्षेत्र में सोमवार को दिनदहाड़े एक भयंकर घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। छह हथियारबंद बदमाशों ने HDFC बैंक की शाखा पर हमला बोल दिया और करीब दो करोड़ रुपये से अधिक की लूट की वारदात को अंजाम दिया। यह वारदात इतनी बेरहम थी कि अपराधियों ने बैंक के अधिकारी, कर्मचारी और ग्राहकों को करीब आधे घंटे तक बंधक बनाए रखा, उनकी पिटाई की और मोबाइल फोन छीन लिए।
पुलिस के अनुसार, लुटेरे तीन बाइक से आए थे और बड़े आराम से नकदी व सोने से भरे बैग लेकर भाग निकले। भागने के दौरान एक बैग बैंक के बाहर गिर गया, लेकिन अपराधियों ने उसे भी उठा कर ले जाने में कामयाबी हासिल की। इस हमले में बैंक कर्मचारी उत्तम दास की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बीच घटना के दौरान बैंक में तैनात सुरक्षा गार्ड भी बिना हथियार के ड्यूटी कर रहे थे, जिससे अपराधियों को आसानी से बैंक पर कब्जा करने में मदद मिली। बदमाशों ने हथियार दिखाकर बैंक में मौजूद सभी लोगों को डराया-धमकाया और हाथ-पैर बांध कर उनका मोबाइल फोन छीन लिए। घटना के बाद एक बदमाश बैंक से बाहर निकलते ही खुशी में नाचने लगा, जो घटना की गंभीरता को और बढ़ा देता है।
पुलिस ने इस घटना के बाद फौरन जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान करने में जुटी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने तीन अलग-अलग रास्तों से फरार होने की योजना बनाई थी। मधुपुर थाना क्षेत्र के टिटहियांबाक इलाके से एक संदिग्ध बाइक बरामद की गई है, जिसकी जांच जारी है।
यह वारदात जिले की अब तक की सबसे बड़ी बैंक डकैती मानी जा रही है। पुलिस अधीक्षक सौरभ, जो अभी नए पद पर तैनात हुए हैं, ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम गठित की है जो लगातार छापेमारी कर रही है।
इस बीच, संतालपरगना जोन के 02 अंबर लकड़ा भी जांच को लेकर मधुपुर पहुंचे और बैंक के प्रबंधक से जानकारी हासिल की। डीआईजी ने कहा कि पुलिस पूरी लगन से जांच कर रही है और जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा।
इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री राज पलिवार ने कहा कि यदि पूर्व सांसद और वर्तमान मंत्री के क्षेत्र में ऐसी वारदात हो सकती है, तो आम जनता की सुरक्षा का क्या भरोसा किया जाए।