Edited By Mansa Devi,Updated: 11 Dec, 2025 12:32 PM

देश में नोटबंदी लागू हुए 9 साल बीत चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद 500 और 1000 रुपये के बंद किए गए नोटों का काला कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा। दिल्ली में क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पुरानी करेंसी का जखीरा बरामद किया है।
नेशनल डेस्क: देश में नोटबंदी लागू हुए 9 साल बीत चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद 500 और 1000 रुपये के बंद किए गए नोटों का काला कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा। दिल्ली में क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पुरानी करेंसी का जखीरा बरामद किया है। पुलिस ने मौके से 3.5 करोड़ रुपये के पुराने नोट जब्त किए और इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की सटीक कार्रवाई
दिल्ली क्राइम ब्रांच को खुफिया एजेंसी से पता चला था कि राजधानी में पुराने 500 और 1000 के नोटों की खरीद-फरोख्त हो रही है। इसके बाद एक विशेष टीम बनाई गई और शालीमार बाग मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-4 के पास छापा मारा गया। यहां पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया। तलाशी के दौरान उनके पास मौजूद बैग से भारी मात्रा में पुरानी करेंसी मिली, जिसकी गिनती करने पर रकम लगभग 3.5 करोड़ रुपये निकली।
बैग से भरे नोट और दो कारें भी जब्त
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान–
➤ हर्ष, टेक चंद, लक्ष्य और विपिन कुमार– के रूप में हुई है।
➤ पुलिस ने करेंसी से भरा बैग और दो गाड़ियां भी कब्जे में ले ली हैं।
➤ पूछताछ में पता चला कि इन लोगों ने बेहद सस्ते दाम पर यह पुरानी करेंसी खरीदी थी और इसे आगे बेचने का सौदा कर रहे थे।
➤ अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ये नोट किसके जरिए उनके हाथों तक पहुंचे।
पुरानी करेंसी रखना भी अपराध, खरीदना-बेचना भी गैरकानूनी
8 नवंबर 2016 को केंद्र सरकार ने नोटबंदी घोषित की थी और 500–1000 रुपये के सभी पुराने नोट अमान्य हो गए थे।
कानून के मुताबिक:
➤ पुरानी करेंसी को रखना
➤ उसे खरीदना या बेचना
➤ या किसी तरह का लेन-देन करना
सभी दंडनीय अपराध हैं।
गिरफ्तार आरोपियों के पास पुराने नोटों को लेकर कोई वैध दस्तावेज भी नहीं मिला। इसी आधार पर उनके खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और नोटबंदी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।