Edited By Pardeep,Updated: 11 Dec, 2025 01:29 AM

भारतीय शेयर बाजार लगातार गिरावट से जूझ रहा है। बुधवार को भी बाजार भारी दबाव में रहा और निवेशकों को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा।
नेशनल डेस्कः भारतीय शेयर बाजार लगातार गिरावट से जूझ रहा है। बुधवार को भी बाजार भारी दबाव में रहा और निवेशकों को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा। पिछले तीन दिनों में निवेशकों की कुल संपत्ति करीब 8 लाख करोड़ रुपये कम हो गई है। सबसे ज्यादा मार मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर पड़ी है, जिसमें सबसे ज्यादा निवेश आम भारतीय रिटेल निवेशकों का होता है।
बाजार में कमजोरी जारी
बुधवार को कारोबार खत्म होने पर—
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सेंसेक्स: 275 अंक टूटकर 84,391.27 पर बंद
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निफ्टी: 81.65 अंक गिरकर 25,758 पर बंद
इंडिगो, इटरनल और HDFC बैंक जैसे बड़े शेयरों में 3% तक की गिरावट देखी गई।
एक ही दिन में 1.09 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
BSE में लिस्टेड सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप:
यानी सिर्फ एक दिन में 1.09 लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप उड़ गया।
निफ्टी अभी भी 25,500 से 26,000 के बीच टिकने की कोशिश कर रहा है, पर असली गिरावट मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में है। लार्जकैप शेयर अपेक्षाकृत स्थिर हैं।
इसी वजह से विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि निवेशक अपने पोर्टफोलियो की दोबारा समीक्षा करें। फिलहाल मिडकैप और स्मॉलकैप में अत्यधिक निवेश से बचें, क्योंकि जोखिम काफी बढ़ गया है।
बाजार गिरावट के दो बड़े कारण
1. विदेशी निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली
यह गिरावट का सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है। केवल दिसंबर में अब तक FIIs ने 15,000 करोड़ रुपये की बिकवाली की मंगलवार को उन्होंने 3,760 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। बुधवार लगातार 10वां दिन रहा जब FIIs बाजार से पैसा निकालते रहे। FIIs की बिकवाली से बाजार में तरलता (Liquidity) घटती है, जिससे शेयरों में गिरावट तेज हो जाती है।
2.अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति को लेकर डर
बाजार में अनिश्चितता इसलिए बढ़ी है क्योंकि माना जा रहा है कि फेड 0.25% ब्याज दर में कटौती कर सकता है। लेकिन निवेशकों को चिंता 2026 की फेड पॉलिसी को लेकर अधिक है— क्या दरें और कम होंगी या फिर बढ़ाई जाएंगी? साथ ही, मई 2025 में फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल का कार्यकाल खत्म होने वाला है। उनके उत्तराधिकारी को लेकर भी बड़ी असमंजस है, और इससे ग्लोबल बाजारों में डर बढ़ रहा है।
एक्सपर्ट की चेतावनी: “मिड और स्मॉलकैप में भूचाल लंबे समय तक चल सकता है”
सीनियर मार्केट एक्सपर्ट देवेन चोक्सी ने कहा: भारतीय बाजार में मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में भारी उथल-पुथल है। इन कंपनियों के वैल्यूएशन बहुत ज्यादा हैं, जबकि फंडामेंटल्स कमजोर हैं इसलिए गिरावट लंबी चल सकती है और निवेशकों को सावधान रहना चाहिए।