Edited By Rohini Oberoi,Updated: 22 Aug, 2025 03:45 PM

परिवार नियोजन की सरकारी मुहिम को उस समय बड़ा झटका लगा जब मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक महिला ने नसबंदी ऑपरेशन के एक साल बाद एक बच्चे को जन्म दिया है। इस चौंकाने वाली घटना के बाद महिला ने सरकार से बच्चे के भरण-पोषण के लिए मुआवजे की मांग की है।
नेशनल डेस्क। परिवार नियोजन की सरकारी मुहिम को उस समय बड़ा झटका लगा जब मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक महिला ने नसबंदी ऑपरेशन के एक साल बाद एक बच्चे को जन्म दिया है। इस चौंकाने वाली घटना के बाद महिला ने सरकार से बच्चे के भरण-पोषण के लिए मुआवजे की मांग की है।
कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचा मामला
यह मामला मंगलवार को शिवपुरी कलेक्टर की जनसुनवाई में सामने आया। पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि उसने जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम के तहत एक साल पहले नसबंदी ऑपरेशन करवाया था। ऑपरेशन के बावजूद वह गर्भवती हो गई और उसने एक बच्चे को जन्म दिया।
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महिला और उसका परिवार अब सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं और उनका कहना है कि ऑपरेशन में लापरवाही हुई है। उन्होंने मांग की है कि सरकार को इस बच्चे के पालन-पोषण का खर्च उठाना चाहिए।
सरकार की मुहिम पर सवाल
भारत में जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार लंबे समय से नसबंदी कार्यक्रम को बढ़ावा दे रही है। इस योजना के तहत नसबंदी कराने वाले लोगों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। हालांकि हाल के दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां नसबंदी करवा चुकी महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया है। इस तरह की घटनाएं न केवल परिवार नियोजन कार्यक्रमों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती हैं बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही को भी उजागर करती हैं।
यह मामला अब प्रशासन के सामने है और देखना यह है कि इस पर क्या कार्रवाई की जाती है और महिला को मुआवजा मिलता है या नहीं।