Edited By Parveen Kumar,Updated: 24 Sep, 2025 06:32 PM

जम्मू-कश्मीर पुलिस को पहलगाम आतंकी हमले के करीब 5 महीने बाद बड़ी सफलता मिली है। दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को मदद देने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए थे।
नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर पुलिस को पहलगाम आतंकी हमले के करीब पांच महीने बाद बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने दक्षिण कश्मीर के मो. यूसुफ कटारिया को गिरफ्तार किया है, जो लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को मदद देने के आरोप में शामिल है। यूसुफ कटारिया 26 वर्ष के हैं और जम्मू-कश्मीर में शिक्षक हैं। पुलिस ने उन्हें श्रीनगर से गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
ऑपरेशन महादेव से मिला था सुराग
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन महादेव में मारे गए लश्कर आतंकवादियों से बरामद हथियारों और उपकरणों की जांच के बाद यूसुफ कटारिया तक पहुंची। ऑपरेशन महादेव में सुरक्षाबलों ने तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया था, जो पहलगाम हमले के पीछे थे।
22 अप्रैल को हुआ था खूनी हमला
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या की थी। इनमें से 25 लोग देश के अलग-अलग हिस्सों से आए सैलानी थे। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था।
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से जवाब दिया
पहलगाम हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों के 9 ठिकानों को निशाना बनाया था। इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए थे।
जुलाई में खत्म हुए हमले के मुख्य आतंकी
ऑपरेशन महादेव में जुलाई के अंतिम सप्ताह में उन तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया था, जो 22 अप्रैल के हमले में शामिल थे। ये तीनों पाकिस्तानी नागरिक थे। हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान रावलकोट का रहने वाला था। वहीं अबू हमजा उर्फ हैरिस सियालकोट का और मोहम्मद यासिर भी पाकिस्तान के ही रहने वाले थे। अब उनके एक सहयोगी यूसुफ कटारिया को गिरफ्तार किया गया है।