Edited By Utsav Singh,Updated: 28 Jul, 2024 02:03 PM
धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मन की बात कार्यक्रम के 112वें एपिसोड को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने देशभर में चलाए जा रहे विभिन्न अभियानों के अंतर्गत जनभागीदारी की चर्चा की और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बात रखी।
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मन की बात कार्यक्रम के 112वें एपिसोड को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने देशभर में चलाए जा रहे विभिन्न अभियानों के अंतर्गत जनभागीदारी की चर्चा की और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बात रखी। पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम को 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के साथ-साथ 11 विदेशी भाषाओं में भी प्रसारित किया गया। इसके साथ ही, यह कार्यक्रम ऑल इंडिया रेडियो (AIR) के 500 से अधिक प्रसारण केंद्रों पर सुनाया गया। भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी विभिन्न स्थानों पर इस कार्यक्रम को सुनते रहे।
चराई देव मैदाम को ट्रैवल लिस्ट में जरूर शामिल करें
प्रधानमंत्री मोदी ने पेरिस ओलंपिक का उल्लेख करते हुए भारतीय खिलाड़ियों को समर्थन देने की बात की और "चीयर फॉर भारत" का नारा दिया। इसके साथ ही, उन्होंने International Mathematics Olympiad का भी जिक्र किया और इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे छात्रों से फोन पर बात की, उनके अनुभवों को सुना। उन्होंने असम के चराई देव मैदाम का उल्लेख करते हुए बताया कि इसे यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल किया जा रहा है। यह नॉर्थ-ईस्ट की पहली वर्ल्ड हेरिटेज साइट होगी। चराई देव मैदाम का मतलब "साइनिंग सिटी ऑन द हिल्स" है। यह अहोम राज्य की राजधानी थी और 13वीं सदी में शुरू हुआ यह साम्राज्य 19वीं सदी तक बना रहा। पीएम मोदी ने लोगों से अपील की कि वे इस साइट को अपनी ट्रैवल लिस्ट में जरूर शामिल करें।
प्रोजेक्ट परी, कलाकारों को एक मंच पर लाने का प्रयास
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोजेक्ट परी का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट परी, जिसे 'पब्लिक आर्ट ऑफ इंडिया' के नाम से जाना जाता है, पब्लिक आर्ट के उभरते कलाकारों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहा है। दिल्ली के भारत मंडपम में देशभर के पब्लिक आर्ट को देखा जा सकता है। हरियाणा के रोहतक की महिलाओं की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इन्होंने उन्नति सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़कर लाखों रुपये कमाए हैं। खादी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि पहले कई लोग खादी का उपयोग नहीं करते थे, लेकिन अब गर्व से खादी पहन रहे हैं। पहली बार खादी का कारोबारी 1.5 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है और इसकी बिक्री 400 प्रतिशत बढ़ी है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर आपने अभी तक खादी नहीं खरीदी है, तो इसे इसी साल से शुरू कर दें।
ड्रग्स की चुनौती पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह हर परिवार की चिंता का विषय है। इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने 'मानस' नामक विशेष केंद्र खोला है। मानस की हेल्पलाइन और पोर्टल को हाल ही में शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति 1933 पर कॉल करके जरूरी सलाह या जानकारी प्राप्त कर सकता है। किसी भी जानकारी को गोपनीय रखा जाएगा।
जनभागीदारी से बाघों की आबादी हर साल बढ़ रही
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि कल दुनिया भर में टाइगर डे मनाया जाएगा, जो हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। हमारे देश में कई गांवों में इंसान और बाघ के बीच टकराव नहीं होता, लेकिन जहां ऐसी स्थितियां बनती हैं, वहां बाघों के संरक्षण के प्रयास किए जा रहे हैं। 'कुल्हाड़ी बंद पंचायत' इसका एक उदाहरण है। रणथंभौर से शुरू हुआ यह अभियान रोचक है। स्थानीय लोगों ने संकल्प लिया है कि वे जंगल नहीं काटेंगे, जिससे बाघों के लिए बेहतर पर्यावरण तैयार हो रहा है। देश भर में इस तरह के प्रयास किए जा रहे हैं और जनभागीदारी से बाघों की आबादी हर साल बढ़ रही है। वर्तमान में, दुनिया के बाघों का 70 प्रतिशत हमारे देश में है, इसलिए हमारे देश के कई हिस्सों में टाइगर सेंचुरी हैं।
'एक पेड़ मां के नाम' से जुड़े और सेल्फी पोस्ट करें
वन क्षेत्र के बढ़ने पर भी ध्यान देते हुए पीएम मोदी ने 'एक पेड़ मां के नाम' कार्यक्रम का जिक्र किया, जिसके तहत इंदौर में एक ही दिन में 2 लाख से ज्यादा पौधे लगाए गए। इस अभियान से जुड़े रहने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि आप भी इस अभियान में शामिल होकर सोशल मीडिया पर अपनी सेल्फी पोस्ट करें।
एक-एक घर पर तिरंगा लहराता देखना उत्साहवर्धक
प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त के दिन के करीब आने का भी उल्लेख किया और हर घर तिरंगा अभियान को जोड़ने की बात की। उन्होंने कहा कि इस अभियान के लिए लोगों में उत्साह बढ़ रहा है और एक-एक घर पर तिरंगा लहराता देखना उत्साहवर्धक है। इस साल भी आप अपनी तिरंगे के साथ सेल्फी जरूर अपलोड करें। उन्होंने सुझाव भी आमंत्रित किए, जिन्हें माई गॉव या नमो एप पर भेजा जा सकता है। 15 अगस्त के संबोधन में इन सुझावों को कवर करने की कोशिश की जाएगी। अंत में, उन्होंने आने वाले पर्वों के लिए देश के लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं।