Edited By Harman Kaur,Updated: 15 Jul, 2025 05:59 PM

यूट्यूब के बाद अब सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी मेटा (Meta) ने भी कम मेहनत और फेक कंटेंट पर सख्त रुख अपना लिया है। कंपनी ने 1 करोड़ से अधिक फेसबुक अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया है। ये सभी अकाउंट्स अन-ऑरिजनल, स्पैम और कॉपी किए गए कंटेंट को पोस्ट करने के...
नेशनल डेस्क: यूट्यूब के बाद अब सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी मेटा (Meta) ने भी कम मेहनत और फेक कंटेंट पर सख्त रुख अपना लिया है। कंपनी ने 1 करोड़ से अधिक फेसबुक अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया है। ये सभी अकाउंट्स अन-ऑरिजनल, स्पैम और कॉपी किए गए कंटेंट को पोस्ट करने के आरोप में कार्रवाई की जद में आए हैं।
5 लाख से ज्यादा अकाउंट्स पर लगा जुर्माना
कंपनी ने इसके साथ ही 5 लाख से ज्यादा अकाउंट्स पर जुर्माना भी लगाया है, जो फर्जी एंगेजमेंट, बार-बार रिपीट होने वाले पोस्ट, व्यूज और पैसे के लिए सिस्टम में छेड़छाड़ कर रहे थे।
AI और डुप्लिकेट वीडियो पर नजर
मेटा ने बताया कि वह अब एडवांस्ड डिटेक्शन टूल्स की मदद से डुप्लिकेट वीडियो की पहचान कर रहा है, ताकि ऑरिजनल क्रिएटर्स को उनकी मेहनत का सही श्रेय और पहुंच मिल सके। बार-बार कंटेंट चोरी करने वाले अकाउंट्स की रीच घटाई जाएगी, साथ ही उन्हें फेसबुक मोनेटाइजेशन प्रोग्राम से भी अस्थायी तौर पर बाहर कर दिया जाएगा।
एआई पर अत्यधिक निर्भरता पर चेतावनी
मेटा ने उन क्रिएटर्स को भी चेतावनी दी है जो अत्यधिक AI-टूल्स पर निर्भर हैं और घटिया क्वालिटी का कंटेंट तैयार कर रहे हैं। जैसे- कम गुणवत्ता वाले ऑटो-कैप्शन, दूसरे के वीडियो पर वॉटरमार्क लगाकर दोबारा पोस्ट करना आदि। कंपनी ऐसे यूज़र्स के लिए एक नया फीचर टेस्ट कर रही है, जिससे रीपोस्ट किए गए वीडियो से ऑरिजनल क्रिएटर तक सीधे जुड़ा जा सके।
बदलाव की मिलेगी मोहलत
मेटा का कहना है कि ये नए नियम धीरे-धीरे लागू किए जाएंगे ताकि क्रिएटर्स को समय मिले कि वे खुद को इन गाइडलाइंस के अनुसार ढाल सकें। कंपनी का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि सोशल मीडिया पर मेहनत करने वाले और सच्चे क्रिएटर्स को उनका हक मिले।