Edited By Anu Malhotra,Updated: 20 May, 2022 01:54 PM
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को 1988 में हुए ‘रोड रेज'' के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एक साल की सजा सुनाई हैं जिसके एवज में सिद्धु ने आज शुक्रवार को आत्मसमर्पण करने के वास्ते सुप्रीम कोर्ट में कुछ हफ्तों का समय दिए जाने का अनुरोध किया।
नेशनल डेस्क: कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को 1988 में हुए ‘रोड रेज' के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एक साल की सजा सुनाई हैं जिसके एवज में सिद्धु ने आज शुक्रवार को आत्मसमर्पण करने के वास्ते सुप्रीम कोर्ट में कुछ हफ्तों का समय दिए जाने का अनुरोध किया। हालांकि चीफ जस्टिस ने विशेष पीठ के गठन की मांग करने के लिए वकील द्वारा उल्लेख करने के आग्रह को ठुकरा दिया है इसके तहत अब नवजोत सिद्धू को आज ही समर्पण करना होगा। वहीं अगर सिद्धु आज जेल जाते हैं तो वहां कैसी होगी उनकी लाइफ आईए डालते हैं एक नज़र-
बता दें कि नवजोत सिद्धू को पटियाला सेंट्रल की उसी जेल में रखा जाएगा, जहां पहले से ही उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी व ड्रग्स मामले में मुकदमे का सामना कर रहे अकाली नेता बिक्रम मजीठिया बंद हैं।
जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस का बड़ा बयान, कोई भेदभाव नहीं होगा
उधर, जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस का कहना है कि हमने जेलों में वीआईपी कल्चर को अब खत्म कर दिया है। सभी कैदी एक समान परिस्थितियों में रहेंगे और सबी को जेल नियमों के अनुसार ही सुविधाएं दी जाएंगी। उनका कहना है कि नवजोत सिद्धू या किसी और नेता के लिए भी यह नियम लागू होंगे।
सिद्धु को अब जेल में पहनने होंगे सफेद कपड़े
टीवी शो और राजनीति जगत में हमेशा डिजाइनर कपड़ों में नज़र आने वाले पूर्व विधायक सिद्धु को अब जेल में सफेद कपड़े पहनने होंगे। जैसा कि पंजाब की जेलों के अंदर सभी दोषियों के लिए अनिवार्य हैं। वहीं, जेल में रहने के दौरान सिद्धू को 3 महीने तक कोई सैलरी नहीं मिलेगी। जेल के नियमों के अनुसार, सिद्धू को अकुशल, अर्ध-कुशल या कुशल कैदी के रूप में वर्गीकृत करने से पहले बिना वेतन के तीन महीने तक प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके बाद उनकी श्रेणी के आधार पर 30 रुपए से 90 रुपए प्रति दिन के बीच सैलरी मिलेगी। बता दें कि जेल में दोषी अपराधी दिन में आठ घंटे काम करते हैं। जिसमें कमाई का 25% कमाई जेल मुद्रा के रूप में होती है, 75% बचत खाते में डाल दी जाती है।
पढ़े-लिखे होने के नाते सिद्धु को जेल में मिल सकता है यह काम
एक अंग्रेजी खबर के मुताबिक, जेल के एक अधिकारी ने बताया कि सिद्धू पढ़े-लिखे हैं, जिसेक तहत उन्हें जेल फार्म या फैक्ट्री में काम मिलेगा नहीं तो बिस्कुट या फर्नीचर बना सकेंगे इसके अलावा पुस्तकालय या दफ्तर में भी काम करने का विकल्प मौजुद है। अधिकारियों के अनुसार, जेल में बंद दोषियों को पत्थर की बनी ऊंचाई वाली पट्टी पर सोने की अनुमति दी जाती है और बैरक में पंखे के साथ, गर्मियों में सूती चादरें दी जाती हैं। वहीं, पैरोल पर एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि अपने केस प्रोफाइल को ध्यान में रखते हुए, सिद्धू को इस संबंध में पंजाब सरकार की हालिया अधिसूचना के अनुसार न्यूनतम 28 दिनों की पैरोल मिल सकती है।