Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Sep, 2020 10:09 PM
देश में नए संसद भवन के निर्माण का ठेका टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड ने हासिल कर लिया है। टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को यह अनुंबध 861.90 करोड़ रुपए में मिला है। इसके तहत टाटा कंपनी नए संसद भवन का निर्माण करेगी। सेंट्रल विस्टा के तहत होने वाले
नई दिल्लीः देश में नए संसद भवन के निर्माण का ठेका टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड ने हासिल कर लिया है। टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को यह अनुंबध 861.90 करोड़ रुपए में मिला है। इसके तहत टाटा कंपनी नए संसद भवन का निर्माण करेगी। सेंट्रल विस्टा के तहत होने वाले इस निर्माण कार्य के लिए सरकार ने बोलियां मंगवाईं थी, जिसके तहत 7 कंपनियों ने बोली लगाई थी। इन कंपनियों में टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड, लार्सन एंड टूब्रो लिमिटेड, आईटीडी सीमेंटेशन इंडिया लिमिटेड, एनसीसी लिमिटेड, शपूरजी पलोनजी एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड और पीएसपी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड शामिल थी लेकिन संसद बनाने की बोली टाटा प्रोजेक्ट्स को मिली है।
सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत संसद भवन की त्रिकोणीय इमारत, एक साझा केंद्रीय सचिवालय और राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर लंबे राजपथ के पुनर्विकास की परिकल्पना की गई है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के मुताबिक नई इमारत संसद भवन संपदा की प्लॉट संख्या 118 पर बनेगी। नई इमारत में ज्यादा सांसदों के लिये जगह होगी क्योंकि परिसीमन के बाद लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों की संख्या बढ़ सकती है। इसमें करीब 1400 सांसदों के बैठने की जगह होगी। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इमारत सीमेंट और कंक्रीट ढांचेवाली संरचना होगी।
सीपीडब्ल्यूडी ने कहा कि परियोजना के अमल में आने के पूरी अवधि के दौरान मौजूदा संसद भवन में कामकाज जारी रहेगा। एक बार नई इमारत के बन जाने के बाद मौजूदा संसद भवन परिसर का इस्तेमाल अन्य उद्देश्यों के लिये किया जाएगा। सीपीडब्ल्यूडी ने कहा, “नए भवन के स्तंभ मौजूदा इमारत जैसे ही होंगे जो जमीन से करीब 1.8 मीटर ऊपर हैं। प्रस्तावित इमारत का कुल क्षेत्रफल करीब 65 हजार वर्ग मीटर का होगा जिसमें करीब 16921 वर्ग मीटर का भूमिगत क्षेत्र भी होगा। इमारत में भूमिगत तल के साथ ही भूतल के अलावा दो और मंजिल होंगी।” सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत प्रधानमंत्री का आवास और कार्यालय साउथ ब्लॉक के पास स्थानांतरित होने की उम्मीद है जबकि उप-राष्ट्रपति का नया घर नॉर्थ ब्लॉक के नजदीक होगा।