Edited By Tanuja,Updated: 15 Jul, 2025 04:47 PM

नेपाल ने पहली बार साफ-साफ मान लिया है कि पाकिस्तान उसकी जमीन का इस्तेमाल भारत में आतंकी घुसपैठ के लिए करता है। नेपाल के राष्ट्रपति के सलाहकार सुनील बहादुर थापा ने यह...
International Desk: नेपाल ने पहली बार साफ-साफ मान लिया है कि पाकिस्तान उसकी जमीन का इस्तेमाल भारत में आतंकी घुसपैठ के लिए करता है। नेपाल के राष्ट्रपति के सलाहकार सुनील बहादुर थापा ने यह बड़ा बयान एक सम्मेलन में दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में पाले गए आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद नेपाल के रास्ते भारत में हमले करने की कोशिश करते हैं।थापा ने याद दिलाया कि नेपाल पहले भी पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क से प्रभावित रहा है।
1999 में काठमांडू से उड़ान भरने वाले इंडियन एयरलाइंस IC-814 विमान को हाईजैक कर पाकिस्तान ले जाया गया था। इसी तरह मई 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 श्रद्धालुओं की जान गई थी। इसमें एक नेपाली नागरिक भी मारा गया था। इस हमले में लश्कर के आतंकियों का हाथ था।नेपाल ने साफ कहा कि अब उसे आतंक के खिलाफ भारत का सहयोग चाहिए। राष्ट्रपति सलाहकार थापा ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की भी तारीफ की, जो हाल ही में भारत ने आतंकियों के खिलाफ चलाया था। उन्होंने कहा कि नेपाल और भारत को खुफिया जानकारी साझा करनी चाहिए और सीमा पर ज्वाइंट एक्सरसाइज करनी चाहिए ताकि आतंकियों की घुसपैठ रोकी जा सके।
थापा ने कहा कि आतंकवाद को रोकना तभी संभव होगा जब उसे मिलने वाली फंडिंग के नेटवर्क को तोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन धन के दम पर जिंदा हैं और इन नेटवर्क को खत्म करना बेहद जरूरी है। सम्मेलन में मौजूद विशेषज्ञों ने कहा कि नेपाल को भारत के साथ मिलकर ऐसा सिस्टम बनाना चाहिए जिससे सार्क देशों के बीच भरोसा बढ़े और आतंकी नेटवर्क पर साझा रणनीति बने। साथ ही ऐसी खुफिया जानकारी तुरंत शेयर की जाए जो दूसरे देशों के लिए खतरा बन सकती है। नेपाल का यह बयान साफ संकेत देता है कि वह पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ खुलकर बोल रहा है और आतंकवाद पर भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होने की दिशा में बढ़ रहा है। यह दक्षिण एशिया में आतंक के खिलाफ साझा लड़ाई को मजबूती देने वाला कदम माना जा रहा है।