Edited By Mansa Devi,Updated: 21 Jul, 2025 11:26 AM

कांग्रेस ने संसद के मानसून सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पारंपरिक संबोधन से पहले सोमवार को कहा कि विपक्ष की ओर से जब पहलगाम आतंकवादी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावे का मुद्दा उठाए...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस ने संसद के मानसून सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पारंपरिक संबोधन से पहले सोमवार को कहा कि विपक्ष की ओर से जब पहलगाम आतंकवादी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावे का मुद्दा उठाए जाए तो प्रधानमंत्री को सदन में मौजूद रहना चाहिए। संसद का मानसून सत्र सोमवार (21 जुलाई) से आरंभ हो रहा है और 21 अगस्त तक कुल 21 बैठकें प्रस्तावित हैं।
रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर ‘पोस्ट' किया, "कुछ ही देर में सज-धज कर प्रधानमंत्री संसद भवन के बाहर अपने चिर-परिचित अंदाज में मीडिया के सामने देश के नाम अपना संदेश देंगे। हर बार की तरह, इस बार भी वही घिसी-पिटी, खोखली बातें दोहराई जाएंगी।" उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी संसद में बहुत, बहुत, बहुत कम दिखाई देते हैं। वह साल में केवल एक बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बोलते हैं लेकिन इस बार जब पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर और राष्ट्रपति ट्रंप से जुड़े मुद्दे संसद में चर्चा के लिए आएंगे तो उन्हें देश के प्रति अपनी जवाबदेही जरूर निभानी चाहिए।"
उन्होंने प्रधानमंत्री के ब्रिटेन एवं मालदीव के प्रस्तावित दौरों का हवाला देते हुए कटाक्ष किया, "48 घंटे बाद यह ‘सुपर प्रीमियम फ्रीक्वेंट फ्लायर' प्रधानमंत्री एक और विदेशी दौरे पर निकल पड़ेंगे। मणिपुर की जनता के पास निराश होने की एक और वजह होगी।" कांग्रेस और विपक्षी 'इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) गठबंधन के 23 अन्य घटक दलों ने फैसला किया है कि वे पहलगाम आतंकवादी हमले, ऑपरेशन सिंदूर को अचानक रोके जाने, ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावे, बिहार में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कई अन्य मुद्दों को इस सत्र में प्रमुखता से उठाएंगे।