Edited By Tanuja,Updated: 28 Sep, 2025 02:58 PM

खगराचारी जिले में आठवीं कक्षा की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद स्थानीय जनजातीय समुदायों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। टायर जलाकर और मार्ग अवरुद्ध कर सड़कों पर यातायात बाधित किया गया। प्रशासन ने धारा 144 लागू कर 250 अर्धसैनिक बल...
Dhaka: बांग्लादेश में लड़कियों व महिलाओं के साथ वहशीपन के मामले बढ़ते जा रहे हैं। खासकर हिंदू लड़कियों व महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैँ। आए दिन देश में अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले चिंता का विषय बने हुए हैं। गाज़ीपुर जिले से एक बेहद चिंताजनक घटना सामने आई है। एक अल्पसंख्यक हिंदू लड़की को उसके पिता के सामने सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया गया, जबकि दोनों को इस्लामवादी समूहों द्वारा अगवा किया गया था।जानकारी के अनुसार, पीड़ित लड़की और उसके पिता एक रिश्तेदार के घर जा रहे थे, तभी यह घटनाक्रम हुआ। पिता को बंधक बनाया गया और लड़की पर हमला किया गया। स्थानीय लोगों ने बाद में दोनों को बचाया और तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हो गई।
घटना ने इलाके में तनाव पैदा कर दिया है और सामाजिक और धार्मिक सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी अभी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है। स्थानीय समुदाय और मानवाधिकार समूहों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग की है।इसी तरह बांग्लादेश के खगराचारी जिले में एक आठवीं कक्षा की छात्रा के साथ कथित सामूहिक बलात्कार की घटना ने स्थानीय समुदाय में भारी गुस्सा भड़का दिया है। शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर टायर जलाए और ईंट-पत्थर से मार्ग अवरुद्ध किए, जिससे जिले के प्रवेश और आंतरिक मार्गों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
प्रदर्शन में ज्यादातर चकमा जनजाति के लोग शामिल थे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यह घटना बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर खतरे की चेतावनी है।जिला प्रशासन के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘कानून-व्यवस्था बिगड़ने और जन-धन के नुकसान की आशंका को देखते हुए शनिवार दोपहर दो बजे से खगराचारी और आसपास के इलाकों में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू कर दी गई है।'' आदेश के तहत पांच से अधिक लोगों की सभा, रैली या जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए करीब 250 अर्धसैनिक बल (सात प्लाटून) तैनात किए गए हैं।