Edited By Parveen Kumar,Updated: 06 Nov, 2025 01:05 AM

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने वोट चोरी का आरोप लगाने को लेकर बुधवार को राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस नेता ऐसे ‘‘मनगढ़ंत'' दावे इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की आसन्न हार का...
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने वोट चोरी का आरोप लगाने को लेकर बुधवार को राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस नेता ऐसे ‘‘मनगढ़ंत'' दावे इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की आसन्न हार का आभास हो गया है। नड्डा ने यह भी आरोप लगाया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता बार-बार चुनावों में वोट चोरी के निराधार दावे कर रहे हैं और मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का भी विरोध कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य देश को बदनाम करना, युवाओं को भड़काना और देश में अराजकता पैदा करना है।
राहुल गांधी ने ‘‘वोट चोरी'' के खिलाफ अपनी मुहिम को जारी रखते हुए बुधवार को हरियाणा की मतदाता सूची से जुड़े आंकड़े सामने रखे और दावा किया कि पिछले साल अक्टूबर में हुए राज्य विधानसभा चुनाव को 25 लाख फर्जी मतों के जरिये ‘‘चुराया'' गया था। नड्डा ने एक वीडियो संदेश में कहा, "राहुल गांधी पहले ही स्वीकार कर चुके हैं कि कांग्रेस हारने वाली है।
बिहार में चुनाव हो रहे हैं और राहुल गांधी दिल्ली में प्रेस वार्ता करके हरियाणा के बारे में बात कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें एहसास हो गया है कि महागठबंधन बिहार (चुनाव) में हारने वाला है।" उन्होंने कहा, "इसलिए उन्होंने बहाना ढूंढना शुरू कर दिया है। पहले वह अपनी हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराते थे। अब जब वह अपने फर्जी दावों को साबित नहीं कर पाए और ईवीएम को उच्चतम न्यायालय से भी क्लीन चिट मिल गई है, तो अब उन्होंने एसआईआर पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।" उन्होंने कहा, "एक तरफ़ राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके वोट चोरी का आरोप लगा रहे हैं और दूसरी तरफ़ एसआईआर का विरोध कर रहे हैं। राहुल गांधी को ख़ुद नहीं पता कि वो क्या चाहते हैं।"
भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं, वहां से कोई न कोई "महाज्ञान" लेकर लौटते हैं और देश को बदनाम करने के लिए मनगढ़ंत कहानियां गढ़ना शुरू कर देते हैं। नड्डा ने आरोप लगाया, "उनका एकमात्र उद्देश्य देश को बदनाम करना, युवाओं को भड़काना, अराजकता का माहौल बनाना और देश में अराजकता फैलाना है।" उन्होंने कहा, "लेकिन देश के युवा सच्चाई जानते हैं। वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हैं। वे देश के विकास और प्रगति के साथ हैं।"