Edited By Rohini Oberoi,Updated: 17 Sep, 2025 02:05 PM

अंबेडकरनगर जिले में एचआईवी संक्रमण की स्थिति बेहद चिंताजनक होती जा रही है। पिछले छह महीनों में यहां एचआईवी के 112 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से एक बड़ी संख्या उन मजदूरों की है जो काम कर दूसरे राज्यों से वापस लौटे हैं। इस संक्रमण की चेन ने अब कई...
नेशनल डेस्क। अंबेडकरनगर जिले में एचआईवी संक्रमण की स्थिति बेहद चिंताजनक होती जा रही है। पिछले छह महीनों में यहां एचआईवी के 112 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से एक बड़ी संख्या उन मजदूरों की है जो काम कर दूसरे राज्यों से वापस लौटे हैं। इस संक्रमण की चेन ने अब कई महिलाओं को भी अपनी चपेट में ले लिया है।
मजदूरों से फैला संक्रमण
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों से पता चला है कि दूसरे राज्यों में काम करने गए मजदूरों में सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले पाए गए हैं। इनमें से कई लोगों ने घर वापस आने के बाद अपने साथियों और परिवार के सदस्यों को भी संक्रमित कर दिया।

चिंताजनक बात यह है कि एचआईवी की पुष्टि चार गर्भवती महिलाओं में भी हुई है जिनमें से एक का प्रसव हो चुका है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की सक्रिय निगरानी के कारण नवजात शिशु संक्रमण से सुरक्षित है।
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मौतों का आंकड़ा भी बढ़ा
इस वित्तीय वर्ष में न सिर्फ नए मामलों में तेजी आई है बल्कि मौतों की संख्या भी दोगुनी हो गई है। जहां पिछले साल पूरे 12 महीनों में एचआईवी से दो मौतें हुई थीं वहीं इस साल सिर्फ छह महीनों में चार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

जिले में वर्ष 2005 से अब तक कुल 2,040 लोग एचआईवी संक्रमित पाए जा चुके हैं जिनमें से 160 लोगों की मौत हो चुकी है।
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जागरूकता की कमी बनी बड़ी वजह
सरकार द्वारा लगातार जागरूकता अभियान, मुफ्त जांच और दवाओं का वितरण किया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद जागरूकता की कमी और असुरक्षित यौन व्यवहार जैसे कारणों से संक्रमण को पूरी तरह नियंत्रित नहीं किया जा पा रहा है। फिलहाल जिले में 1880 एक्टिव एचआईवी मरीज हैं जिनमें से 1689 मरीजों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।