Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Oct, 2025 02:38 PM

दीपावली के त्योहार के बीच ग्वालियर में आउटसोर्स कर्मचारियों की हड़ताल से सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। नगर निगम के हेल्पर और वाहन चालक वेतन और बकाया राशि न मिलने के चलते ग्वालियर डिपो से अपने वाहनों को बाहर नहीं निकाल रहे हैं, जिससे शहर के कई हिस्सों...
नेशनल डेस्क: दीपावली के त्योहार के बीच ग्वालियर में आउटसोर्स कर्मचारियों की हड़ताल से सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। नगर निगम के हेल्पर और वाहन चालक वेतन और बकाया राशि न मिलने के चलते ग्वालियर डिपो से अपने वाहनों को बाहर नहीं निकाल रहे हैं, जिससे शहर के कई हिस्सों में कचरे का ढेर लग गया है। कर्मचारियों ने साफ-सफाई की सेवाएं ठप करने की चेतावनी भी दी है, जिससे निगम प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है।
वेतन और बकाया राशि को लेकर हड़ताल
नगर निगम में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारी जो वाहन चलाने और सफाई में लगे हैं, वेतन और लंबित एरियर नहीं मिलने से नाराज हैं। उन्होंने ग्वालियर डिपो में काम रोक दिया है और साफ-सफाई वाहन नहीं निकाले, जिसके कारण डिपो पर कामकाज ठप पड़ा। हालांकि निगम अधिकारियों ने कर्मचारियों को वेतन जल्द ही देने का आश्वासन दिया, लेकिन कर्मचारी तब तक काम करने को तैयार नहीं हैं जब तक सभी किश्तों का एरियर एक साथ भुगतान नहीं होता।
निगम प्रशासन की चुनौती बढ़ी
इस हड़ताल से दीपावली के समय बढ़े कचरे के संकट ने और विकराल रूप ले लिया है। पहले जहां कचरे की मात्रा लैंडफिल साइट पर लगभग 450 से 500 टन थी, अब यह 800 टन तक पहुंच चुकी है। निगम प्रशासन ने अतिरिक्त वाहनों के जरिए सफाई की गति तेज करने की कोशिश की, लेकिन कर्मचारी काम बंद रखकर इस प्रयास को नाकाम कर रहे हैं।
कर्मचारियों का साफ संदेश
आउटसोर्स कर्मचारियों ने नगर निगम प्रबंधन को चेतावनी दी है कि जब तक उनका बकाया वेतन और एरियर पूरी तरह से नहीं दिया जाएगा, तब तक वे न तो वाहन चलाएंगे और न ही सफाई का काम करेंगे। वे कहते हैं कि लंबे समय से वेतन नहीं मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई है और अब और इंतजार संभव नहीं है।
निगम की प्रतिक्रिया और भविष्य की रणनीति
नगर निगम के अपर आयुक्त टी प्रतीक राव ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए सभी संबंधित कर्मचारियों की बैठक बुलाई है ताकि जल्द से जल्द इस विवाद का समाधान निकाला जा सके। अधिकारी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि सफाई व्यवस्था प्रभावित होने से शहरवासियों को कोई असुविधा न हो और जल्द से जल्द कर्मचारियों के वेतन भुगतान की प्रक्रिया पूरी हो।