Edited By rajesh kumar,Updated: 02 Feb, 2022 07:53 PM
भारतीय नौसेना ने बुधवार को कहा कि परियोजना (प्रोजेक्ट) 75 की पांचवीं पनडुब्बी का समुद्री परीक्षण प्रारंभ हो गया है। इसके तहत प्रणोदक प्रणाली, हथियार एवं संवेदी उपकरणों की जांच की जायेगी।
नेशनल डेस्क: भारतीय नौसेना ने बुधवार को कहा कि परियोजना (प्रोजेक्ट) 75 की पांचवीं पनडुब्बी का समुद्री परीक्षण प्रारंभ हो गया है। इसके तहत प्रणोदक प्रणाली, हथियार एवं संवेदी उपकरणों की जांच की जायेगी। एक आधिकारिक बयान के अनुसार इन परीक्षणों के पूरा हो जाने पर इस साल के अंत में इस पनडुब्बी की भारतीय नौसेना को आपूर्ति करने की योजना है और बेड़े में शामिल करने के बाद वह ‘आईएनएस वगीर' नाम से जाना जाएगा।
नौसेना ने एक बयान में कहा, ‘‘प्रोजेक्ट 75, यार्ड 11879, भारतीय नौसेना की कलवरी श्रेणी की पांचवीं पनडुब्बी ने एक फरवरी को अपने समुद्री परीक्षण शुरू किये हैं। पनडुब्बी (का निर्माण कार्य) नवंबर 2020 में मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (मडीएल) के कन्होजी आंगरे वेट बेसिन से शुरू किया गया था। बेड़े में शामिल करने के बाद उसका नाम ‘वगीर' रखा जाएगा।''
उसने कहा कि कोविड-19 महामारी के बावजूद मुम्बई स्थित एमडीएल ने 2021 में ‘प्रोजेक्ट 75' की दो पनडुब्बियों की आपूर्ति की है और पांचवीं पनडुब्बी के समुद्री परीक्षण की शुरुआत एक मील का पत्थर है। बयान में कहा गया है, ‘‘पनडुब्बी समुद्र में अपनी सभी प्रणालियों जैसे प्रणोदक प्रणाली, हथियार एवं संवेदी उपकरणों की सघन जांच से गुजरेगी। इन परीक्षणों के पूरा होने पर 2022 में ही इस पनडुब्बी को भारतीय नौसेना को आपूर्ति करने की योजना है।''