Edited By Anu Malhotra,Updated: 25 Jan, 2022 01:51 PM

सिक्किम सरकार ने सिनेमा को मनोरंजन के साथ रोजगार का जरिया बनाने के लिए एक अनूठी पहल की शुरूआत की है। दरअसल, सरकार ने सिक्किम फिल्म सहकारी समिति के जरिए प्रदेश के हर जिले में मिनीप्लेक्स खोलने की योजना बनाई है।
नई दिल्ली: सिक्किम सरकार ने सिनेमा को मनोरंजन के साथ रोजगार का जरिया बनाने के लिए एक अनूठी पहल की शुरूआत की है। दरअसल, सरकार ने सिक्किम फिल्म सहकारी समिति के जरिए प्रदेश के हर जिले में मिनीप्लेक्स खोलने की योजना बनाई है।
इन्हें सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा। इन केंद्रों में सिनेमा हॉल के साथ-साथ कैफेटेरिया और 10वीं, 12वीं, NEET, इंजीनियरिंग, अंग्रेजी और अन्य कई प्रकार की इंटरैक्टिव शिक्षा भी दी जाएगी। इसके लिए सिक्किम फिल्म सहकारी समिति और जादूज मिडिया सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के बीच समझौता हुआ।
भाजपा प्रवक्ता और जानी मानी टीवी पत्रकार शाजिया इल्मी ने इसे पूर्वोत्तर के विकास के लिए एक सकारात्मक पहल बताते हुए कहा कि यह सिनेमा के लोकतांत्रिकरण का अहम कदम है। उन्होंने कहा कि फिल्म न केवल समाज का आइना होती है बल्कि युवाओं के चरित्र निर्माण में भी उसका अहम योगदान होता है। उन्होंने कहा कि जनता का सिनेमा की परिकल्पना और आम आदमी की जेब के अनुकूल होने से निश्चित रुप से यह लोगों को करीब लाएगा और समाज के तौर पर उन्हें एक दूसरे से जोड़ने में भी इसकी अहम भूमिका होगी।
सिक्किम फिल्म कोरोपोरेटिव सोसाइटी लिमिटेड की वाइज प्रेजिडेंट रूपा तंवाग ने कहा कि यह योजना प्रत्येक केंद्र के माध्यम से 25-50 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करने की है। इसकी शुरूआत सिक्किम के बेहद दूरदराज के तवांज जिले से हुई है। इसके पहले चरण में राज्य के हर जिले में एक केंद्र बनाया जाएगा।