Edited By Mehak,Updated: 01 Nov, 2025 02:27 PM

1 नवंबर को चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं दूसरी ओर, सोने के भाव में तेजी देखी जा रही है। निवेशकों के लिए यह उतार-चढ़ाव का समय काफी अहम साबित हो रहा है, क्योंकि दोनों कीमती धातुओं में एक साथ विपरीत रुझान देखने को मिल रहा है। 1 नवंबर...
नेशनल डेस्क : 1 नवंबर को चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं दूसरी ओर, सोने के भाव में तेजी देखी जा रही है। निवेशकों के लिए यह उतार-चढ़ाव का समय काफी अहम साबित हो रहा है, क्योंकि दोनों कीमती धातुओं में एक साथ विपरीत रुझान देखने को मिल रहा है।
चांदी के दाम में गिरावट जारी
1 नवंबर (शुक्रवार) को सुबह चांदी की कीमत घटकर ₹1,50,900 प्रति किलोग्राम के स्तर पर आ गई। यह लगातार दूसरा दिन है जब चांदी के भाव में गिरावट दर्ज हुई है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी के हाजिर भाव में मामूली बढ़त देखी गई है और यह $48.97 प्रति औंस पर पहुंच गया है। एक दिन पहले यानी गुरुवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर दिसंबर डिलीवरी वाले सिल्वर कॉन्ट्रैक्ट्स का वायदा भाव बढ़कर ₹1,48,399 प्रति किलोग्राम रहा था।
इंदौर में तेजी, बाकी शहरों में गिरावट
इंदौर के सराफा बाजार में शुक्रवार को चांदी के भाव में ₹2,700 प्रति किलोग्राम की तेजी दर्ज की गई। इसके बाद स्थानीय बाजार में औसत कीमत बढ़कर ₹1,50,200 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। हालांकि, देश के अन्य प्रमुख शहरों में चांदी के दाम में गिरावट बनी रही।
देश के 10 बड़े शहरों में 1 नवंबर 2025 को चांदी के ताजा रेट
दिल्ली - ₹1,50,900 (1Kg)
मुंबई - ₹1,50,900 (1Kg)
अहमदाबाद - ₹1,59,000 (1Kg)
चेन्नई - ₹1,64,900 (1Kg)
कोलकाता - ₹1,50,900 (1Kg)
हैदराबाद - ₹1,64,900 (1Kg)
जयपुर - ₹1,50,900 (1Kg)
बेंगलुरु - ₹1,50,900 (1Kg)
सूरत - ₹1,50,900 (1Kg)
पुणे - ₹1,50,900 (1Kg)
स्पष्ट है कि दक्षिण भारत के बाजारों चेन्नई और हैदराबाद में चांदी के दाम बाकी शहरों के मुकाबले अधिक हैं।
सोने में तेजी, निवेशकों की बढ़ी दिलचस्पी
चांदी के मुकाबले सोने के भाव में आज तेजी दर्ज की गई है। दिल्ली में 24 कैरेट सोना 1 नवंबर की सुबह ₹1,23,440 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। यह वृद्धि ऐसे समय में आई है जब अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती की गति को धीमा किया है। साथ ही, अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड टेंशन कम होने से डॉलर में मजबूती आई थी, जिसके चलते पहले सोने में कुछ गिरावट आई थी। अब बाजार में स्थिरता लौटने के संकेत मिल रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि डॉलर की स्थिति और वैश्विक राजनीतिक घटनाक्रम आने वाले दिनों में सोने और चांदी दोनों की दिशा तय करेंगे।
क्या निवेशकों को अब खरीदारी करनी चाहिए?
विश्लेषकों के अनुसार, चांदी में मौजूदा गिरावट निवेशकों के लिए एक बेहतर एंट्री पॉइंट हो सकता है। वहीं सोने में हालिया तेजी यह संकेत देती है कि साल के अंत तक इसमें और मजबूती देखने को मिल सकती है। आर्थिक विशेषज्ञों का अनुमान है कि यदि डॉलर कमजोर हुआ और ब्याज दरें स्थिर रहीं, तो दोनों कीमती धातुएं फिर से उछाल पकड़ सकती हैं।