Edited By Parveen Kumar,Updated: 16 Dec, 2025 10:46 PM

महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले से एक सनसनीखेज और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां कर्ज के बोझ से दबे एक किसान को अपनी ही किडनी बेचने का आरोप सामने आया है। गंभीर आरोपों के बाद पुलिस ने अवैध साहूकारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले से एक सनसनीखेज और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां कर्ज के बोझ से दबे एक किसान को अपनी ही किडनी बेचने का आरोप सामने आया है। गंभीर आरोपों के बाद पुलिस ने अवैध साहूकारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया है। यह घटना नागभीड़ तहसील के मिन्थुर गांव की बताई जा रही है। पीड़ित किसान की पहचान रोशन सदाशिव कुडे के रूप में हुई है।
अवैध साहूकारों के कर्ज में फंसा किसान
किसान रोशन कुडे ने पुलिस को बताया कि उसने इलाज और व्यवसाय के लिए वर्ष 2021 में कुछ लोगों से ब्याज पर पैसे उधार लिए थे। शुरुआत में कर्ज की रकम सीमित थी, लेकिन समय पर भुगतान न कर पाने के कारण उस पर भारी ब्याज और रोजाना जुर्माना लगाया जाने लगा। हालात ऐसे बने कि एक लाख रुपये का कर्ज बढ़कर करीब 74 लाख रुपये तक पहुंच गया।
जमीन, ट्रैक्टर और गहने भी बिक गए
कर्ज चुकाने के लिए किसान ने अपनी दो एकड़ जमीन, ट्रैक्टर, वाहन, घर का सामान और यहां तक कि सोना भी बेच दिया। इसके बावजूद साहूकारों का दबाव कम नहीं हुआ। रोशन कुडे का आरोप है कि लगातार धमकियों और दबाव के बीच उसे किडनी बेचने की सलाह दी गई, ताकि कर्ज की रकम चुकाई जा सके।
कोलकाता से कंबोडिया तक पहुंचा मामला
किसान का कहना है कि एक एजेंट उसे पहले कोलकाता ले गया, जहां उसकी मेडिकल जांच कराई गई। इसके बाद उसे कंबोडिया ले जाया गया, जहां सर्जरी के जरिए उसकी किडनी निकाली गई। रोशन कुडे ने दावा किया है कि उसने करीब आठ लाख रुपये में अपनी किडनी बेची।
छह साहूकारों के खिलाफ केस, पांच गिरफ्तार
पीड़ित किसान की शिकायत के आधार पर पुलिस ने शाम करीब सात बजे छह आरोपियों के खिलाफ सवकारी अधिनियम की धारा 29, 30 और 31 के साथ-साथ जबरन वसूली (एक्सटॉर्शन) की धाराओं में मामला दर्ज किया है। आरोपियों में किशोर बावनकुले, मनीष घाटबंधे, लक्ष्मण उरकुडे, प्रदीप बावनकुले, संजय बल्लारपुरे और सत्यवान बोरकर शामिल हैं। मामला ब्रह्मपुरी पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है, जिनमें से पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस कर रही है अलग से जांच
चंद्रपुर के पुलिस अधीक्षक सुदर्शन मुमक्का ने बताया कि अवैध साहूकारी से जुड़े ठोस सबूत मिलने के बाद केस दर्ज किया गया है। जांच के दौरान आरोपियों के बैंक खातों में लगातार पैसों के लेनदेन के प्रमाण मिले हैं। वहीं किडनी बेचने से जुड़े आरोपों की अलग से जांच की जा रही है। मेडिकल रिपोर्ट और अन्य तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इलाके में मचा हड़कंप
इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। कर्ज के जाल में फंसे किसान की यह कहानी न सिर्फ इंसानियत पर सवाल खड़े करती है, बल्कि अवैध साहूकारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को भी तेज कर रही है।