Edited By Rohini Oberoi,Updated: 04 Sep, 2025 02:35 PM

एप्पल के डिवाइसेज में मौजूद सुरक्षा फीचर्स वाकई में जीवन बचाने का काम कर रहे हैं। हाल ही में अमेरिका में हुई एक घटना इसका सबसे बड़ा सबूत है जहां iPhone के क्रैश डिटेक्शन फीचर ने एक 16 साल की लड़की की जान बचाई।
नेशनल डेस्क। एप्पल के डिवाइसेज में मौजूद सुरक्षा फीचर्स वाकई में जीवन बचाने का काम कर रहे हैं। हाल ही में अमेरिका में हुई एक घटना इसका सबसे बड़ा सबूत है जहां iPhone के क्रैश डिटेक्शन फीचर ने एक 16 साल की लड़की की जान बचाई।
थकान के कारण हुआ हादसा
अमेरिका की लिंडसे लेस्कोवैक देर रात गाड़ी चला रही थीं। थकान के कारण अचानक उनकी आंख लग गई और गाड़ी से उनका नियंत्रण खो गया। उनकी कार एक पोल और कुछ पेड़ों से टकरा गई जिससे वे गंभीर रूप से घायल होकर वाहन में ही फंस गईं। हादसे के बाद उन्हें पैरों और गर्दन में कई फ्रैक्चर हुए और वे बेहोश हो गईं।

iPhone ने खुद किया इमरजेंसी कॉल
जिस पल कार की टक्कर हुई लिंडसे का iPhone का क्रैश डिटेक्शन सिस्टम तुरंत एक्टिव हो गया। उसने न सिर्फ अमेरिका के इमरजेंसी नंबर 911 पर खुद कॉल कर दी बल्कि रेस्क्यू टीम को उनकी सही लोकेशन भी भेज दी।
लिंडसे की मां लॉरा ने बताया कि उन्हें इस फीचर के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। रेस्क्यू टीम ने बाद में उन्हें पुष्टि की कि यह कॉल खुद फोन ने ही किया था।
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22 मिनट की कॉल, जो बनी लाइफलाइन
रिपोर्ट के अनुसार हादसे के बाद भी लिंडसे का फोन लगातार 22 मिनट तक डिस्पैचर से जुड़ा रहा। इस दौरान मिली जानकारी से रेस्क्यू टीम सही समय पर दुर्घटनास्थल पर पहुंच पाई। शुरुआती कुछ मिनटों में मदद मिलने से लिंडसे की जान बच सकी।

इन डिवाइस में मिलता है यह फीचर
एप्पल ने यह खास फीचर iPhone 14 और उसके बाद के मॉडल्स (iOS 16 या नए वर्जन पर) में दिया है। इसके अलावा Apple Watch Series 8, Apple Watch SE (2nd Gen) और Apple Watch Ultra (watchOS 9 या नए वर्जन पर) में भी यह सुविधा मौजूद है।
यह घटना हमें दिखाती है कि कैसे तकनीक का सही इस्तेमाल जिंदगी और मौत के बीच का फर्क हो सकता है। iPhone का यह फीचर इस बात का सबूत है कि एक छोटी सी सेटिंग भी आपके और आपके अपनों के लिए एक जीवनरक्षक बन सकती है।