Edited By Mansa Devi,Updated: 18 Nov, 2025 11:42 AM

सोना हमेशा से ही निवेश और आभूषण के लिहाज से कीमती माना जाता रहा है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया की सबसे महंगी धातु सोना नहीं, बल्कि कैलिफोर्नियम है। इतना ही नहीं, एक ग्राम कैलिफोर्नियम बेचकर आप लगभग 200 किलो सोना खरीद सकते हैं।
नेशनल डेस्क: सोना हमेशा से ही निवेश और आभूषण के लिहाज से कीमती माना जाता रहा है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया की सबसे महंगी धातु सोना नहीं, बल्कि कैलिफोर्नियम है। इतना ही नहीं, एक ग्राम कैलिफोर्नियम बेचकर आप लगभग 200 किलो सोना खरीद सकते हैं।
कैलिफोर्नियम क्या है?
कैलिफोर्नियम एक सिंथेटिक या कृत्रिम रेडियोएक्टिव तत्व है। इसे इंसानों ने बनाया है और यह पृथ्वी पर प्राकृतिक रूप से नहीं पाया जाता। इसकी उत्पादन प्रक्रिया बेहद जटिल है और दुनिया भर में इसके आपूर्तिकर्ता बहुत कम हैं। यही कारण है कि यह धातु इतनी दुर्लभ और महंगी है। कैलिफोर्नियम का रासायनिक प्रतीक Cf है।
कितनी है कीमत?
एक ग्राम कैलिफोर्नियम की कीमत लगभग 27 मिलियन डॉलर यानी 239 करोड़ रुपये है। तुलना के लिए, सोने की कीमत लगभग 1.2 करोड़ रुपये प्रति किलो है। यही वजह है कि एक ग्राम कैलिफोर्नियम से 200 किलो सोना खरीदा जा सकता है।
इतिहास और नामकरण
कैलिफोर्नियम की खोज 1950 में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले के शोधकर्ताओं ने की थी। इसी विश्वविद्यालय के नाम पर इस धातु का नाम रखा गया।
कैलिफोर्नियम का उपयोग
कैलिफोर्नियम का सबसे महत्वपूर्ण उपयोग परमाणु रिएक्टरों में होता है। इसके अलावा यह छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों, अंतरिक्ष अन्वेषण, औद्योगिक उपकरणों और सुरक्षा उपायों में भी इस्तेमाल होता है।
चिकित्सा क्षेत्र में उपयोग
कैलिफोर्नियम का एक महत्वपूर्ण उपयोग न्यूट्रॉन थेरेपी में होता है। इस तकनीक के जरिए कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है। कैलिफोर्नियम-252 का उपयोग करके इस थेरेपी में कैंसर का इलाज किया जाता है, जिससे मरीजों को लाभ होता है।