Edited By Mansa Devi,Updated: 10 Oct, 2025 12:01 PM

रिटायरमेंट के बाद नियमित आय का स्रोत न होना बड़ी चुनौती बन जाता है। ऐसे समय में सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न वाली बचत योजना बुजुर्गों के लिए सबसे भरोसेमंद विकल्प होती है। यदि आप भी अपने पैसों को सुरक्षित रखना और अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं, तो पोस्ट...
नेशनल डेस्क: रिटायरमेंट के बाद नियमित आय का स्रोत न होना बड़ी चुनौती बन जाता है। ऐसे समय में सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न वाली बचत योजना बुजुर्गों के लिए सबसे भरोसेमंद विकल्प होती है। यदि आप भी अपने पैसों को सुरक्षित रखना और अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है।
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS) क्या है?
SCSS भारत सरकार द्वारा बुजुर्ग नागरिकों के लिए शुरू की गई एक बचत योजना है। इसे 60 साल या उससे अधिक उम्र के नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है। इस योजना में आप एकमुश्त राशि जमा करते हैं और सरकार आपको हर तीन महीने में गारंटीड ब्याज देती है। इस योजना का बड़ा फायदा यह है कि यह बैंक एफडी से ज्यादा ब्याज देती है और आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है।
ब्याज दर और निवेश सीमा
➤ वर्तमान ब्याज दर: 8.2% प्रति वर्ष
➤ न्यूनतम निवेश: 1,000 रुपये
➤ अधिकतम निवेश: 30,00,000 रुपये
कैसे बनती है 5 साल में 12.3 लाख की कमाई?
मान लीजिए कोई वरिष्ठ नागरिक अधिकतम राशि 30,00,000 रुपये SCSS में निवेश करता है।
➤ वार्षिक ब्याज = 30,00,000 × 8.2% = 2,46,000 रुपये
➤ 5 साल में कुल ब्याज = 2,46,000 × 5 = 12,30,000 रुपये
➤ ब्याज हर तीन महीने में आपके खाते में जमा होता है। यानी हर तिमाही 61,500 रुपये मिलेंगे।
➤ इस तरह 5 साल की मैच्योरिटी पर कुल राशि होगी 42,30,000 रुपये।
कौन निवेश कर सकता है?
➤ उम्र 60 साल या अधिक वाले कोई भी व्यक्ति SCSS में निवेश कर सकते हैं।
➤ स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले सरकारी कर्मचारी और रक्षा सेवा से रिटायर हुए लोग आयु सीमा में छूट के साथ निवेश कर सकते हैं।
टैक्स छूट और नियम
SCSS में निवेश पर Income Tax Act की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की कर छूट मिलती है।
➤ ध्यान दें, SCSS से प्राप्त ब्याज कर योग्य है।
➤ यदि किसी वित्तीय वर्ष में ब्याज 1,00,000 रुपये से अधिक होता है, तो TDS कटेगा।