Edited By Mehak,Updated: 05 Dec, 2025 12:49 PM

ProxyEarth नाम की एक वेबसाइट सिर्फ फोन नंबर डालने पर लोगों की लोकेशन, नाम, ईमेल और पता जैसी पर्सनल जानकारी दिखा रही है। कई बार डेटा पुराना या गलत होता है, लेकिन सही जानकारी मिलना चिंता बढ़ाता है। जांच में सामने आया कि वेबसाइट पुराने समय में लीक हुए...
नेशनल डेस्क : अगर आप सोचते हैं कि सिर्फ फोन नंबर से कोई आपके बारे में ज़्यादा कुछ नहीं जान सकता, तो यह खबर आपको चौंका सकती है। ProxyEarth नाम की एक वेबसाइट दावा करती है कि वह केवल एक मोबाइल नंबर से किसी भी यूज़र की लोकेशन, नाम, ईमेल, पता और कई अन्य निजी जानकारी दिखा सकती है। इस तरह की जानकारी न सिर्फ हैरान करने वाली है, बल्कि निजता को लेकर गंभीर चिंता भी पैदा करती है।
कैसे काम करती है यह वेबसाइट?
बताया जा रहा है कि ProxyEarth पर जाने के बाद आपको सिर्फ एक मोबाइल नंबर दर्ज करना होता है। इसके बाद वेबसाइट उस नंबर से जुड़ी तमाम जानकारियां निकाल कर दिखा देती है।
- कई बार वेबसाइट का डेटा पुराना होता है
- कुछ नंबर्स की जानकारी गलत भी निकलती है
- लेकिन कई नंबर्स पर सही डिटेल्स मिलना चिंता बढ़ाने वाला है
यही वजह है कि लोग सवाल कर रहे हैं कि इतना निजी डेटा आखिर वेबसाइट तक पहुंच कैसे रहा है?
कौन चला रहा है ProxyEarth?
फैक्ट चेकर्स की शुरुआती जांच में सामने आया कि इस वेबसाइट के पीछे राकेश नाम का एक व्यक्ति है। यह उसका असली नाम है या नहीं, ये अभी स्पष्ट नहीं है। इस व्यक्ति के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई अकाउंट मौजूद हैं, जहां वह ऐसी ट्रिक्स और तकनीकी तरीकों के बारे में बताता रहता है।
डेटा कहां से आता है?
राकेश का दावा है कि उसने कोई डेटा हैक या लीक नहीं किया, बल्कि इंटरनेट पर पहले से उपलब्ध पुराने समय में लीक हुए डेटाबेस को इकट्ठा किया है। इन्हीं लीक डेटाबेस को जोड़कर ProxyEarth यूजर्स की निजी डिटेल्स दिखा रही है। हालांकि ये अब भी साफ नहीं है कि यह काम कानूनी है या नहीं। साथ ही, यह भी चिंता का विषय है कि पुराने डेटा के आधार पर किसी की पहचान और लोकेशन जैसी संवेदनशील जानकारी आज भी आसानी से उपलब्ध हो रही है।
उपयोगकर्ताओं की निजता पर बड़ा सवाल
भले ही वेबसाइट हर फोन नंबर का सही डेटा नहीं दिखाती, लेकिन किसी एक व्यक्ति की भी जानकारी अगर इस तरह खुल जाती है तो यह गंभीर मुद्दा है। यह मामला एक बार फिर याद दिलाता है कि डेटा लीक और व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा आज के डिजिटल दौर की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है।