Edited By Anu Malhotra,Updated: 30 Dec, 2021 12:36 PM

देश के अलग-अलग राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभी चुनावों को लेकर चुनाव आयोग आज गुरुवार को एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा है। एक तरफ जहां कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के चलते चुनावों को टालने की अटकलें लगाई जा रही थी
नेशनल डेस्क: देश के अलग-अलग राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभी चुनावों को लेकर चुनाव आयोग आज गुरुवार को एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा है। एक तरफ जहां कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के चलते चुनावों को टालने की अटकलें लगाई जा रही थी वहीं इस बीच चुनाव आयोग ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सभी दलों ने उनसे समय पर चुनाव कराने की मांग की है। मतलब ओमिक्रॉन की वजह से चुनाव शायद अब ना टाला जाए।
बता दें कि अगले साल की शुरुआत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर शामिल है।
लखनऊ में हुई चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुशील चंद्रा ने उन सुझावों के बारे में भी बताया गया जो राजनीतिक दलों की तरफ से उनको मिले हैं।
- कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय से चुनाव हों, सभी दलों की तरफ से मांग हुई
- रैलियों की संख्या और रैलियों में संख्या सीमित हो
- दिव्यांग और 80 साल से ज्यादा बुजुर्ग मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा मिले
चुनाव आयोग ने कहा कि यूपी में इस बार 52 फीसदी नए वोटर हैं, फाइनल लिस्ट 5 जनवरी को आएगी। सुशील चंद्रा ने बताया कि 18 से 19 साल के नए मतदाताओं की तादाद पिछले चुनाव से तीन गुना ज्यादा है। इसमें हजार पुरुष मतदाताओं में 839 महिलाओं का अनुपात अब 868 हो गया है, मतलब पांच लाख महिला मतदाता बढ़ी हैं।उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का मकसद स्वतंत्र, निष्पक्ष, सुरक्षित, प्रलोभन मुक्त कालाधन मुक्त चुनाव कराना है।