Edited By Radhika,Updated: 18 Dec, 2025 06:25 PM

साल 2026 का भारत का 77वां गणतंत्र दिवस का समारोह ऐतिहासिक और खास होने वाला है। इस बार मुख्य अतिथि के तौर पर एक नहीं, बल्कि यूरोपीय संघ (EU) के दो सबसे शक्तिशाली नेतृत्व—यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष...
नेशनल डेस्क: साल 2026 का भारत का 77वां गणतंत्र दिवस का समारोह ऐतिहासिक और खास होने वाला है। इस बार मुख्य अतिथि के तौर पर एक नहीं, बल्कि यूरोपीय संघ (EU) के दो सबसे शक्तिशाली नेतृत्व- यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा को आमंत्रित किया गया है। यह पहला मौका है जब भारत ने पूरे यूरोपीय संघ के शीर्ष नेतृत्व को एक साथ इस राष्ट्रीय पर्व के लिए बुलाया है।
राजनयिक और आर्थिक रिश्तों के लिए होगा नया उदय
इस ऐतिहासिक पर्व पर उर्सुला वॉन डेर लेयेन और एंटोनियो कोस्टा चीफ गेस्ट के तौर पर आएंगे। दोनों के भारत दौरे से दोनों देशों की व्यापार, रक्षा और प्रौद्योगिकी में रणनीतिक साझेदारी ज्यादा गहरी होगी।
FTA पर ऐतिहासिक फैसला संभव
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने संकेत दिए हैं कि दोनों पक्ष समझौते को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हाल ही में 8-9 दिसंबर को हुई उच्च स्तरीय वार्ता के बाद इस समझौते की 'मोटी रूपरेखा' तैयार कर ली गई है। 23 अध्यायों में से 11 पर बातचीत पूरी हो चुकी है। माना जा रहा है कि 27 जनवरी 2026 को होने वाले भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन के दौरान इस महत्वाकांक्षी डील पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं।