Edited By Rohini Oberoi,Updated: 12 Nov, 2025 11:28 AM

मेटा के स्वामित्व वाला इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp जल्द ही अपने प्लेटफॉर्म पर एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है। कंपनी एक ऐसे फीचर की टेस्टिंग कर रही है जिसके बाद यूजर्स को किसी को मैसेज या कॉल करने के लिए मोबाइल नंबर की ज़रूरत नहीं होगी बल्कि वे...
नेशनल डेस्क। मेटा के स्वामित्व वाला इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp जल्द ही अपने प्लेटफॉर्म पर एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है। कंपनी एक ऐसे फीचर की टेस्टिंग कर रही है जिसके बाद यूजर्स को किसी को मैसेज या कॉल करने के लिए मोबाइल नंबर की ज़रूरत नहीं होगी बल्कि वे यूजरनेम का इस्तेमाल कर सकेंगे। वर्तमान में WhatsApp अकाउंट बनाने के लिए मोबाइल नंबर अनिवार्य होता है।
Instagram और Facebook वाला Username चलेगा
इस नए फीचर से जुड़ी ताज़ा रिपोर्ट्स में एक और महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। शुरुआती टेस्टिंग में पता चला है कि एंड्रॉइड यूजर्स WhatsApp पर अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम वाले यूजरनेम का उपयोग भी कर सकेंगे। यह फीचर फिलहाल एंड्रॉइड के टेस्टिंग वर्जन में आ गया है जिससे पता चलता है कि कंपनी इस पर तेज़ी से काम कर रही है और आवश्यक बदलावों के बाद इसे जल्द ही अपकमिंग अपडेट में रोल आउट कर दिया जाएगा।

यह फीचर कैसे काम करेगा?
यह फीचर यूजर प्राइवेसी के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह आपके मोबाइल नंबर को सार्वजनिक होने से बचाएगा। फीचर रोलआउट होने के बाद यूजर्स को WhatsApp सेटिंग में यूजरनेम ऑप्शन दिखेगा। यहां आप अपना पसंदीदा यूजरनेम सेट करके सेव कर सकेंगे। आप अपनी मर्ज़ी से फेसबुक या इंस्टाग्राम वाला यूजरनेम भी चुन सकते हैं।
WhatsApp मेटा अकाउंट सेंटर के जरिए यह वेरिफाई करेगा कि यह यूजरनेम आपका ही है। वेरिफाई होने के बाद आपका चुना हुआ यूजरनेम WhatsApp अकाउंट से लिंक हो जाएगा। यदि आप फेसबुक और इंस्टाग्राम का उपयोग नहीं करते हैं तो आपको सीधे WhatsApp पर यूजरनेम लिंक करने के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि इस पूरे सिस्टम के रोलआउट में अधिक समय लग सकता है।

WhatsApp पर आ रहा एक और नया सेफ्टी फीचर
यूजरनेम के अलावा WhatsApp एक और नया स्ट्रिक्ट अकाउंट सेटिंग (Strict Account Setting) फीचर भी ला रहा है। यह फीचर यूजर्स को एक ही टॉगल के माध्यम से ऐप की सारी सिक्योरिटी सेटिंग को एक साथ अप्लाई करने की सुविधा देगा। इससे अलग-अलग प्राइवेसी ऑप्शन सेट करने की परेशानी खत्म हो जाएगी।
इस मोड को एक्टिवेट करने पर यूजर का IP एड्रेस प्रोटेक्ट हो जाएगा जिससे कोई भी लोकेशन डेटा के आधार पर यूजर को ट्रैक नहीं कर पाएगा।