Edited By Anu Malhotra,Updated: 02 Sep, 2025 03:47 PM

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने इंसान और जानवर के बीच रिश्ते पर नई बहस छेड़ दी है। घटना दही थाना क्षेत्र के बसीरतगंज गांव की है, जहां वीरेंद्र कुमार का मात्र 8 साल का बेटा आवारा कुत्ते के हमले में बुरी तरह जख्मी हो...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने इंसान और जानवर के बीच रिश्ते पर नई बहस छेड़ दी है। घटना दही थाना क्षेत्र के बसीरतगंज गांव की है, जहां वीरेंद्र कुमार का मात्र 8 साल का बेटा आवारा कुत्ते के हमले में बुरी तरह जख्मी हो गया। मासूम की चीखें सुनकर वहां पहुंचे पिता ने बेटे को बचाया तो जरूर, लेकिन फिर जो हुआ उसने सभी को चौंका दिया।
गुस्से में पिता ने की कुत्ते की बेरहमी से पिटाई
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही वीरेंद्र को पता चला कि उसके बेटे को कुत्ते ने काटा है, वह गुस्से में तमतमाता हुआ मौके पर पहुंचा और उस कुत्ते को पीटना शुरू कर दिया। इतने पर भी उसका गुस्सा शांत नहीं हुआ, तो उसने कुत्ते का जबड़ा फाड़कर उसे मार डाला। स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव किया और काफी मशक्कत के बाद किसी तरह वीरेंद्र को शांत कराया। लेकिन तब तक कुत्ता गंभीर रूप से घायल हो चुका था।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो, उठे सवाल
घटना का किसी ने मोबाइल से वीडियो बना लिया। यह वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जनता के साथ-साथ पशु अधिकार संगठनों में भी गुस्सा भड़क गया। वीडियो वायरल होने के बाद एक स्वयंसेवी संगठन ने इस मामले में पशु क्रूरता अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए वीरेंद्र कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, जो भी कानूनी प्रक्रिया बनती है, वह की जाएगी।
यह मामला न सिर्फ एक भावनात्मक प्रतिक्रिया की कहानी है, बल्कि यह भी सवाल उठाता है कि शहरों में आवारा कुत्तों का आतंक कब रुकेगा? क्या जिम्मेदार एजेंसियों की ओर से नसबंदी, टीकाकरण और निगरानी की व्यवस्था पर्याप्त है? और अगर कोई बच्चा कुत्ते के काटने का शिकार होता है, तो क्या उसका गुस्सा कानून से ऊपर हो सकता है?