Edited By Mehak,Updated: 12 Oct, 2025 07:12 PM

हाल के वर्षों में भारतीय युवाओं में हृदय रोग, हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के मामले तेजी से बढ़े हैं। इसके पीछे मुख्य कारण खराब खानपान, एक्सरसाइज की कमी, धूम्रपान, अधिक शराब का सेवन और तनाव जैसी गलत आदतें हैं। ये आदतें शरीर में डायबिटीज, हाई ब्लड...
नेशनल डेस्क : पिछले कुछ वर्षों में भारत के युवाओं में Heart Disease, Heart Attack और Cardiac Arrest के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। डॉक्टरों का मानना है कि इसके पीछे खराब लाइफस्टाइल, तनाव, अनहेल्दी डाइट, धूम्रपान और शराब जैसी आदतें अहम भूमिका निभा रही हैं। ये सभी कारण मिलकर हाई बीपी, डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों को जन्म देते हैं, जो आगे चलकर दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाते हैं।
हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए बदलें ये आदतें
1. अनहेल्दी डाइट से करें दूरी
दिल को हेल्दी रखने के लिए खानपान में संतुलन बेहद जरूरी है। फास्ट फूड, प्रॉसेस्ड आइटम और अत्यधिक चीनी का सेवन शरीर में प्लाक जमाव, मोटापा और सूजन जैसी समस्याएं बढ़ाता है, जिससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ता है।
2. नमक का सेवन करें सीमित
ज्यादा सोडियम युक्त खाना शरीर में फ्लूइड रिटेंशन पैदा करता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। लंबे समय तक ऐसा रहने से दिल पर दबाव बढ़ता है और हृदय कमजोर होने लगता है।
3. प्रॉसेस्ड फूड्स से बचें
रेडी-टू-ईट और पैक्ड फूड्स में मौजूद ट्रांस फैट्स धमनियों को ब्लॉक करते हैं। इससे ब्लड फ्लो रुक सकता है और हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
4. चीनी का अत्यधिक सेवन
शुगर की अधिक मात्रा शरीर में इंसुलिन असंतुलन, मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनती है। यह न केवल वजन बढ़ाती है बल्कि हृदय रोगों के खतरे को भी बढ़ाती है।
5. सुस्त जीवनशैली से बचें
एक्सरसाइज न करना, ज्यादा देर तक बैठे रहना या देर तक सोना हार्ट की मांसपेशियों को कमजोर करता है। हर दिन 30 मिनट तेज चलना, जॉगिंग या योग करने से दिल मजबूत रहता है और दिल के रोगों से बचाव होता है।
6. धूम्रपान और तंबाकू से दूरी बनाएं
सिगरेट में मौजूद निकोटिन ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाता है और ब्लड प्रेशर बढ़ाता है। लंबे समय तक धूम्रपान करने से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
7. शराब का सेवन सीमित करें
ज्यादा शराब पीने से ब्लड प्रेशर और Triglycerides बढ़ जाते हैं, जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है और कार्डिएक अरेस्ट का जोखिम बढ़ता है।