Edited By Mansa Devi,Updated: 18 Nov, 2025 04:23 PM

साल 2025 की शुरुआत में सोने के भाव रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए थे, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। कभी सोने की दरों में हल्की गिरावट आती है तो कभी अचानक तेजी लौट जाती है। ऐसी स्थिति में आम खरीदार और निवेशक दोनों...
नेशनल डेस्क: साल 2025 की शुरुआत में सोने के भाव रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए थे, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। कभी सोने की दरों में हल्की गिरावट आती है तो कभी अचानक तेजी लौट जाती है। ऐसी स्थिति में आम खरीदार और निवेशक दोनों ही सोच में पड़ जाते हैं कि आगे सोना महंगा होगा या फिर दाम नीचे आएंगे।
क्या सोने की मांग कम होगी?
सीएनबीसी-टीवी18 में प्रकाशित जानकारी के अनुसार, UBS की कीमती धातु विशेषज्ञ जोनी टेवेस का कहना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की नीतियों में बदलते रुझान के कारण सोने की मांग मजबूत बनी रह सकती है। ऐसे माहौल में निवेशक सुरक्षित विकल्पों की तलाश करते हैं और सोना उनकी पहली पसंद बना रहता है। इसलिए, छोटी-मोटी गिरावट के बावजूद लंबी अवधि का रुझान मजबूत माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मत है कि पूरी दुनिया में सोने को लेकर सकारात्मकता बनी हुई है और अगले साल भी इसके दाम ऊपर की ओर जा सकते हैं।
सोने की कीमत का अनुमान क्या है?
➤ UBS ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि:
➤ 2025 तक सोने की संभावित कीमत: लगभग $4,200
➤ 2026 तक कीमत: करीब $4,500
इसके अलावा, सही परिस्थितियों में सोना $5,000 तक भी पहुंच सकता है।
सोने की चाल काफी हद तक डॉलर की मजबूती–कमजोरी, अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों, फेडरल रिज़र्व के रुख और वैश्विक बाजार की स्थिरता पर निर्भर करती है। अगर डॉलर कमजोर होता है या फेड नरम नीतियां अपनाता है, तो सोने के दाम में तेजी देखने को मिल सकती है।