Edited By PTI News Agency,Updated: 05 Aug, 2020 12:26 AM

नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने जन शिकायतों के भविष्यसूचक विश्लेषण के लिए कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) और मशीन प्रशिक्षण तकनीक विकसित करने के लिहाज से मंगलवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-कानपुर और प्रशासनिक सुधार तथा...
नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने जन शिकायतों के भविष्यसूचक विश्लेषण के लिए कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) और मशीन प्रशिक्षण तकनीक विकसित करने के लिहाज से मंगलवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-कानपुर और प्रशासनिक सुधार तथा लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के साथ एक सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर किये।
मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, ‘‘परियोजना से रक्षा मंत्रालय को शिकायतों के कारण और प्रकृति का पता लगाने तथा जरूरत पड़ने पर क्रमबद्ध बदलाव और नीतिगत हस्तक्षेप करने में मदद मिल सकती है।’’
बयान में कहा गया कि सहमति पत्र (एमओयू) पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह की मौजूदगी में दस्तखत किये गये।
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