Edited By Shubham Anand,Updated: 05 Sep, 2025 09:08 PM

सिर दर्द को अक्सर मामूली समझा जाता है, लेकिन यह विटामिन डी की कमी का संकेत हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, विटामिन डी की कमी माइग्रेन और मानसिक तनाव जैसे लक्षणों को बढ़ा सकती है। अंडे की जर्दी, फैटी फिश, फोर्टिफाइड दूध और मशरूम विटामिन डी के अच्छे...
नेशनल डेस्क: सिर दर्द को अक्सर लोग मामूली समस्या मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। कई लोग इसे आंखों की कमजोरी या चश्मे का नंबर बदलने से जोड़कर देखते हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि सिर दर्द का कारण हमेशा आंखों की समस्या नहीं होता। कई बार यह शरीर में विटामिन डी की कमी का संकेत हो सकता है।
विटामिन डी की कमी से माइग्रेन का खतरा
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, विटामिन डी की कमी न केवल सिर दर्द का कारण बन सकती है, बल्कि यह माइग्रेन जैसी गंभीर समस्या को भी ट्रिगर कर सकती है। सिर दर्द जैसे सामान्य लक्षण को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है, क्योंकि यह विटामिन डी की कमी का शुरुआती संकेत हो सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है असर
विटामिन डी की कमी का प्रभाव केवल शारीरिक स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस विटामिन की कमी के कारण तनाव, उदासी, निराशा और चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। अगर आपको बार-बार थकान या मानसिक तनाव महसूस हो रहा है, तो यह विटामिन डी की कमी का संकेत हो सकता है।
डाइट में शामिल करें ये सुपरफूड्स
अंडे की जर्दी: इसमें विटामिन डी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
फैटी फिश: जैसे सैल्मन और मैकेरल, जो विटामिन डी से भरपूर होते हैं।
फोर्टिफाइड दूध: यह विटामिन डी का एक आसान और प्रभावी स्रोत है।
मशरूम: कुछ प्रकार के मशरूम में विटामिन डी की अच्छी मात्रा होती है।
इन खाद्य पदार्थों का सही मात्रा में और उचित तरीके से सेवन करने से विटामिन डी की कमी को प्रभावी ढंग से दूर किया जा सकता है।
विशेषज्ञों की सलाह
डॉक्टरों का कहना है कि अगर आपको लगातार सिर दर्द, तनाव या थकान की समस्या हो रही है, तो तुरंत अपने विटामिन डी के स्तर की जांच करवाएं। इसके अलावा, नियमित रूप से धूप में समय बिताना भी विटामिन डी के स्तर को बढ़ाने का एक प्राकृतिक तरीका है। हालांकि, डाइट में बदलाव या सप्लीमेंट लेने से पहले किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।