Edited By ,Updated: 10 Aug, 2015 12:31 PM
अपनी बात मनवाने के लिए हर बच्चा अपनी मां को खुश करने का प्रयास करता है ताकि उसकी मनमानी पूरी हो सके लेकिन जगत जननी को मनाने के लिए भक्त ऐसे दिल दहला देने वाले काम करते हैं की देखने वाले का दिल दहल जाए।
अपनी बात मनवाने के लिए हर बच्चा अपनी मां को खुश करने का प्रयास करता है ताकि उसकी मनमानी पूरी हो सके लेकिन जगत जननी को मनाने के लिए भक्त ऐसे दिल दहला देने वाले काम करते हैं की देखने वाले का दिल दहल जाए।
कल चंडीगढ़ में गोल्फ क्लब के सामने लेक पर तमिलनाडु निवासियों ने शीतला माता (माता करुमरी अम्मन) का पूजन कर भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। यह सारा कार्यक्रम श्री शीतला माता धर्म मंदिर फेज-2 बापू धाम सेक्टर-26 ने करवाया। शाम को झील से शोभायात्रा का आरंभ हुआ जो ग्रेन मार्केट सेक्टर-26 से होते हुए बापूधाम फेज- 2 में अवस्थित शीतला मंदिर पहुंची।
मंदिर के प्रधान आइनार ने कहा कि यह पूजन सावन माह के रविवार को किया जाता है जो मुख्य रूप से दक्षिण भारत के मद्रासी समुदाय द्वारा मनाया जाता है लेकिन इसमें भाग लेने के लिए सभी धर्मों एवं जातियों के लोग सम्मिलित होते हैं।
जिन भक्तों की मन्नतें पूर्ण हुई थी उन्होंने धर्म, आस्था और भक्ति का विहंगम दृश्य प्रस्तुत किया। भक्तों ने अग्नि परीक्षा के रूप में पीठ में कुंडे लगवाकर रथ खींचे और माता के मंदिर तक लेकर गए। कई फीट लंबे त्रिशुल को मुंह के आर-पार कर दिया।
संध्या के समय 11 फीट लंबा और तीन फीट चौड़ा अग्नि कुंड बनाया गया जिसमें 11 क्विंटल लकड़ी जलाकर अग्निकुंड बनाया गया। भक्त इस कुंड में नंगे पैर चल कर अग्नि परीक्षा देते हैं। आइनार ने कहा कि भक्त 11 या 21 दिन नंगे पैर ही चलते हैं। सांझ ढले एक वक्त सादा भोजन कर व्रत का पालन करते हैं।