किसान रेल ट्रैक पर नहीं, नेताओं के घरों व दफ्तरों के सामने करें प्रदर्शन

Edited By ,Updated: 09 May, 2024 05:16 AM

farmers should demonstrate in front of the homes and offices of leaders

किसान आंदोलन का समर्थन करने वालों से गुजारिश है कि वे किसानों को शंभू बार्डर रेलवे ट्रैक से हटने को कहें।

किसान आंदोलन का समर्थन करने वालों से गुजारिश है कि वे किसानों को शंभू बार्डर रेलवे ट्रैक से हटने को कहें। उस रेलवे ट्रैक पर आने-जाने वाली गाडिय़ों में सामान्य जरूरतमंद लोगों के अलावा उनके (किसानों के) भी नाते रिश्तेदार सफर करते हैं जो किसी कारणवश ही आते-जाते हैं। वे ऊपरी तौर पर बेशक आंदोलनकारी किसानों का समर्थन करते हैं मगर मन ही मन खुश होने की बजाय अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं जो एक तरह से आंदोलनकारियों के लिए बद्दुआ है। 

वैसे भी इस आंदोलन से सामान्य लोगों का कुछ भी लेना-देना नहीं है। अगर किसानों ने आंदोलन करना ही है तो नेताओं के घरों अथवा कार्यालयों के सामने करें जिससे आम लोग भी इससे प्रभावित होंगे। ऐसे रेल मार्ग रोक कर मालगाडिय़ों में लदा कोयला भी देर से थर्मल प्लांटों पर पहुंचेगा जिससे बिजली आपूॢत प्रभावित होगी। औद्योगिक सामान भी इसी तरह बार्डर पर अटकने से उद्योगों को नुकसान हो रहा है। इस सबका नुकसान सामान्य जनता के साथ ही किसानों को भी है। इसलिए रेल मार्ग रोक कर किसान कोई अच्छा काम नहीं कर रहे। -बिमल राय, जालंधर

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!