Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 May, 2025 11:25 AM

अगर आप बैंक चेक के ज़रिए भुगतान करते हैं, तो यह खबर आपके लिए अहम है। चेक बाउंस की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सरकार ने नए कड़े नियम लागू किए हैं, जो 1 अप्रैल 2025 से पूरे देश में प्रभावी हो चुके हैं। इनका उद्देश्य वित्तीय धोखाधड़ी रोकना, पारदर्शिता...
बिजनेस डेस्कः अगर आप बैंक चेक के ज़रिए भुगतान करते हैं, तो यह खबर आपके लिए अहम है। चेक बाउंस की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सरकार ने नए कड़े नियम लागू किए हैं, जो 1 अप्रैल 2025 से पूरे देश में प्रभावी हो चुके हैं। इनका उद्देश्य वित्तीय धोखाधड़ी रोकना, पारदर्शिता बढ़ाना और शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है।
ये हैं नए नियमों की मुख्य बातें
कड़ी सजा: यदि कोई व्यक्ति जानबूझकर चेक बाउंस करता है, तो उसे 2 साल तक की जेल और चेक राशि के दोगुने तक जुर्माना हो सकता है।
शिकायत दर्ज करने की समयसीमा बढ़ी: पहले शिकायत दर्ज कराने के लिए 1 महीने का समय था, जिसे अब बढ़ाकर 3 महीने कर दिया गया है।
ऑनलाइन शिकायत और डिजिटल सबूत मान्य: अब शिकायत ऑनलाइन दर्ज की जा सकती है और ईमेल, SMS जैसे डिजिटल साक्ष्य को भी कोर्ट में मान्यता दी जाएगी।
24 घंटे में अलर्ट: चेक बाउंस होने पर बैंक को 24 घंटे के भीतर खाताधारक और चेक प्राप्तकर्ता दोनों को SMS और ईमेल के जरिए जानकारी देना अनिवार्य है।
तीन बार चेक बाउंस पर खाता फ्रीज: यदि किसी ग्राहक का चेक लगातार तीन बार बाउंस होता है, तो बैंक उसका खाता अस्थायी रूप से फ्रीज कर सकता है।
बचाव के उपाय
- खाते में पर्याप्त राशि रखें
- चेक भरते समय तारीख और नाम ध्यान से भरें
- फटा या खराब चेक न दें
- Account Payee चेक ही जारी करें
- नियमित रूप से बैंक स्टेटमेंट जांचें
- भुगतान में देरी हो तो लाभार्थी को पहले सूचित करें
कानूनी प्रावधान
नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट की धारा 138 के तहत चेक बाउंस अपराध है। इसमें दोषी को जेल, जुर्माना, कोर्ट फीस और वकील की फीस भरनी पड़ सकती है। साथ ही बैंक ₹100 से ₹750 तक का जुर्माना भी वसूल सकता है।