Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 May, 2025 01:23 PM

पाकिस्तान की जर्जर आर्थिक स्थिति को देखते हुए चीन ने एक बार फिर राहत का हाथ बढ़ाया है। चीन ने पाकिस्तान को 316 अरब रुपए (करीब 3.7 अरब डॉलर) का नया कर्ज देने का भरोसा दिया है, जिससे पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूती मिलने की उम्मीद है।...
बिजनेस डेस्कः पाकिस्तान की जर्जर आर्थिक स्थिति को देखते हुए चीन ने एक बार फिर राहत का हाथ बढ़ाया है। चीन ने पाकिस्तान को 316 अरब रुपए (करीब 3.7 अरब डॉलर) का नया कर्ज देने का भरोसा दिया है, जिससे पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूती मिलने की उम्मीद है। मौजूदा समय में पाकिस्तान का फॉरेक्स रिजर्व 11.516 अरब डॉलर है।
डॉलर की जगह युआन में होगा भुगतान
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस बार चीन यह कर्ज अमेरिकी डॉलर में नहीं, बल्कि चीनी युआन में देगा। यह कदम चीन की उस रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके तहत वह डॉलर और यूरो पर निर्भरता कम करने की दिशा में काम कर रहा है।
इससे पहले पाकिस्तान ने मार्च-अप्रैल 2024 के दौरान चीन से लिए गए 1.3 अरब डॉलर के कर्ज का भुगतान कर दिया था, जो लगभग 7.5% ब्याज दर पर मिला था। वहीं, 15 अरब युआन के बराबर चीन के तीन प्रमुख बैंकों से लिया गया 2.1 अरब डॉलर का सिंडिकेटेड लोन भी जून में परिपक्व (mature) होने वाला है।
- चाइना डेवलपमेंट बैंक: 9 अरब युआन
- बैंक ऑफ चाइना: 3 अरब युआन
- ICBC: 3 अरब युआन
कर्ज पर कर्ज: लेकिन क्यों?
चीन ने मार्च से जून 2025 के बीच परिपक्व होने वाले कर्जों को रिफाइनेंस करने का भी आश्वासन दिया है, यानी पुराने कर्ज की जगह नया कर्ज। यह पाकिस्तान के लिए जरूरी भी है, क्योंकि हाल ही में IMF से मिले 1 अरब डॉलर के बावजूद उसका विदेशी मुद्रा भंडार स्थिर नहीं है।
यदि चीन यह मदद नहीं करता, तो पाकिस्तान का रिजर्व 10 अरब डॉलर से नीचे जा सकता था, जो उसकी आर्थिक स्थिरता के लिए बड़ा खतरा बन सकता था।