Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Sep, 2025 11:14 AM

नई दिल्ली में आज से शुरू हुई जीएसटी काउंसिल की दो दिवसीय बैठक 4 सितंबर को खत्म होगी। पूरे देश की निगाहें इस बैठक पर टिकी हैं क्योंकि इसमें टैक्स स्लैब को सरल बनाने से जुड़ा बड़ा फैसला हो सकता है।
बिजनेस डेस्कः नई दिल्ली में आज से शुरू हुई जीएसटी काउंसिल की दो दिवसीय बैठक 4 सितंबर को खत्म होगी। पूरे देश की निगाहें इस बैठक पर टिकी हैं क्योंकि इसमें टैक्स स्लैब को सरल बनाने से जुड़ा बड़ा फैसला हो सकता है।
12% और 28% स्लैब हो सकते हैं खत्म
काउंसिल की योजना के मुताबिक, मौजूदा चार टैक्स स्लैब (5%, 12%, 18%, 28%) को घटाकर केवल दो (5% और 18%) करने का प्रस्ताव है। अगर यह फैसला होता है, तो यह 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद का सबसे बड़ा सुधार होगा।
तंबाकू और लग्जरी सामान पर अलग टैक्स
बैठक में तंबाकू, सिगरेट, गुटखा जैसे डीमेरिट उत्पादों पर 40% का अलग “सिन टैक्स” स्लैब बनाने पर भी चर्चा हो सकती है। इस श्रेणी में लग्जरी कारें, हाई-एंड इलेक्ट्रॉनिक्स और कुछ सेवाएं भी शामिल की जा सकती हैं। इसका उद्देश्य राजस्व बढ़ाना और खपत को नियंत्रित करना है।
आम जनता और बिजनेस पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि नए टैक्स स्ट्रक्चर से कारोबारी वर्ग के लिए अनुपालन आसान होगा, जबकि उपभोक्ताओं को कुछ उत्पादों पर राहत मिल सकती है। इससे बाजार में खपत को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
जीएसटी कलेक्शन में मजबूती
अगस्त 2025 में जीएसटी कलेक्शन ₹1.86 लाख करोड़ रहा, जो पिछले साल की तुलना में 6.5% ज्यादा है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि टैक्स प्रणाली और आर्थिक गतिविधियां दोनों मजबूत हो रही हैं।