Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Mar, 2022 01:57 PM

आवासीय ऋण मुहैया कराने वाली कंपनी एचडीएफसी ने बुधवार को कहा कि उसने चालू वित्त वर्ष में दो लाख करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के खुदरा आवासीय ऋणों की मंजूरी दी है जो उसका सर्वाधिक स्तर है। एचडीएफसी ने अपने बयान में कहा कि आवासीय ऋणों
बिजनेस डेस्कः आवासीय ऋण मुहैया कराने वाली कंपनी एचडीएफसी ने बुधवार को कहा कि उसने चालू वित्त वर्ष में दो लाख करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के खुदरा आवासीय ऋणों की मंजूरी दी है जो उसका सर्वाधिक स्तर है। एचडीएफसी ने अपने बयान में कहा कि आवासीय ऋणों की यह मांग पूरे देश से आई है। एचडीएफसी 2.7 लाख से अधिक ग्राहकों के साथ आवासीय ऋण खंड में सबसे आगे बनी हुई है। कंपनी ने दिसंबर 2021 तक ऋण-संबद्ध सब्सिडी योजना के तहत कुल 45,914 करोड़ रुपए के ऋण बांटे थे।
कंपनी की प्रबंध निदेशक रेणु सूद कर्नाड ने कहा, "मैंने पिछले साढ़े चार दशकों में आवासीय क्षेत्र के लिए इससे बेहतर स्थिति नहीं देखी है। कम ब्याज दरें होने, संपत्ति की कीमतों में स्थिरता, किफायती आवासों पर सरकार के जोर देने और बढ़ते शहरीकरण से इसे बल मिल रहा है।"
उन्होंने कहा कि आवासीय रियल एस्टेट खंड में आगे भी तगड़ी मांग बने रहने की संभावना है क्योंकि घरों की खुदरा मांग न सिर्फ रुकी हुई मांग निकलने से बढ़ी है बल्कि यह संरचनात्मक भी है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में नई आवासीय परियोजनाओं की घोषणा ने महामारी से पहले के स्तर को भी पीछे छोड़ दिया है।
उन्होंने कहा कि मेट्रो शहरों एवं अन्य महानगरों से घरों की तगड़ी मांग निकली है और यह किफायती खंड के अलावा महंगे घरों में भी कायम है। उन्होंने कहा कि भारत में किफायती आवास खंड ही रियल एस्टेट क्षेत्र को गति देने का काम करता रहेगा।