Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jun, 2017 07:04 PM

जीएसटी में रजिस्ट्रेशन से लेकर रिटर्न तक सबकुछ ऑनलाइन होगा, जिसके लिए लैपटॉप या कंप्यूटर होना बहुत जरूरी है।
नई दिल्ली: जीएसटी में रजिस्ट्रेशन से लेकर रिटर्न तक सबकुछ ऑनलाइन होगा, जिसके लिए लैपटॉप या कंप्यूटर होना बहुत जरूरी है। इसलिए कंपनियां भी मौके का फायदा उठाते हुए अपने प्रोडक्ट बाजार में उतार रही हैं। ऐसे में कंप्यूटर या सॉफ्टरवेयर खरीदने से पहले इन बातों का ख्याल रखना होगा। जीएसटी से पहले ऐसे कंप्यूटर बाजार में आ रहे हैं जिनमें पहले से जीएसटी से जुड़ा सॉफ्टवेयर है। जीएसटी से जुड़े ट्रांजैक्शन को सरल बनाने के लिए लिनोवो ने इंटेल के साथ हाथ मिलाया और नोटबुक, लैपटॉप की खास रेज मार्कीट में उतारी है।
एचपी ने केपीएमजी के साथ मिलकर जीएसटी से जुड़ा खास इन्वॉइस सॉफ्टवेयर तैयार किया है। मंगलवार को एसर ने सॉफ्टवेयर कंपनी टैली के साथ मिलकर बिज गुरु नाम से नया प्रोडक्ट लॉन्च किया है। अगर आपके पास कंप्यूटर है तो आप सीधे सॉफ्टवेयर ले सकते हैं लेकिन नहीं है तो ऐसा कंप्युटर ले सकते हैं तो जिसमें जीएसटी से जुड़ा सॉफ्टवेयर पहले से हो। सॉफ्टवेयर लेने से पहले देख लें कि सॉफ्टेवयर का जीएसटी कम्पलाइअंट होना सबसे जरूरी है।
जीएसटी सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन 18 से लेकर 35 हजार रुपए तक में मिल रहे हैं। कारोबारी ऐसे सॉफ्टवेयर पर सरकार से सब्सिडी भी मांग रहे हैं। हालांकि कोई कारोबारी अगर कंप्यूटर खरीदने की हालत में नहीं है तो वो रजिस्ट्रेशन से लेकर रिटर्न तक का काम नजदीक के जीएसटी सेंटर में करा सकता है। ऐसे सेंटर हर जगह खुलेंगे।