अमेरिका, रूस, जापान जैसे देशों की तरह अब भारत में भी मिलेगी यह शानदार सुविधा

Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Nov, 2024 03:08 PM

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दुनिया के कई देशों में रेलवे के लिए टेस्ट ट्रैक (Test Track for Trains) की व्यवस्था है, जिनमें चीन, जापान, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और रूस शामिल हैं। अब भारत भी इस दिशा में कदम बढ़ा रहा है। जोधपुर डिवीजन, राजस्थान में रेलवे का एक टेस्ट ट्रैक बनाया जा...

बिजनेस डेस्कः दुनिया के कई देशों में रेलवे के लिए टेस्ट ट्रैक (Test Track for Trains) की व्यवस्था है, जिनमें चीन, जापान, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और रूस शामिल हैं। अब भारत भी इस दिशा में कदम बढ़ा रहा है। जोधपुर डिवीजन, राजस्थान में रेलवे का एक टेस्ट ट्रैक बनाया जा रहा है, जिसमें 800 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश होगा।

बुलेट ट्रेन का भी हो सकेगा परीक्षण

राजस्थान के जोधपुर डिवीजन में बनने वाले देश के पहले ट्रेन ट्रायल ट्रैक (Train Trial Track) लगभग तैयार हो चुका है। 60 किमी लंबा यह ट्रैक पूरी तरह से सीधा नहीं है, इसमें कई घुमावदार बिंदु बनाए गए हैं। इससे इस बात का ट्रायल लिया जा सकेगा कि स्पीड से आने वाली ट्रेन बिना स्पीड कम किए घुमावदार ट्रैक से कैसे गुजरेगी। डीडवाना जिले के नावां में तैयार हो रहे इस ट्रैक के पहला चरण पूरा होते ही इस पर 230 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली बुलेट ट्रेन का भी परीक्षण किया जा सकेगा।

कितना पड़ेगा खर्च

राजस्थान में डीडवाना जिले के जोधपुर डिवीजन में एक जगह पड़ता है नावा। इसी नावा में गुढ़ा-थाठाना मीठड़ी के बीच 60 किलोमीटर का टेस्ट ट्रैक बन रहा है। यह रेलवे ट्रैक जयपुर से लगभग 80 किमी दूर सांभर झील के बीच से निकाला गया है। रेलवे के रिसर्च विंग अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन या आरडीएसओ ने डेडिकेटेड टेस्ट ट्रैक को दो चरणों में बनाने की मंजूरी दी है। पहले चरण को दिसंबर 2018 में और दूसरे चरण को नवंबर 2021 में मंजूरी मिली है। इस परियोजना को दिसंबर 2025 तक पूरा कर लेने की बात की जा रही है। इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत करीब 820 करोड़ रुपए है।

क्यों जरूरत पड़ी ट्रेस्ट ट्रैक की

भारत में बने डिब्बों, इंजनों और ट्रेन रैक के ट्रायल के लिए रेलवे के पास अभी तक कोई समर्पित लाइन है ही नहीं। जब भी किसी रोलिंग स्टॉक के ट्रायल की जरूरत पड़ती है, नार्मल ट्रैक पर ही ऐसा करना पड़ता है। इस वजह से ट्रायल के लिए कई ट्रेनों के शेड्यूल में बदलाव करना पड़ता है। जोधपुर के टेस्ट ट्रैक के बन जाने से भविष्य में वहां न केवल बुलेट ट्रेन बल्कि हाई-स्पीड, सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन और मेट्रो ट्रेन का भी परीक्षण किया जाएगा।

दुनिया में कहां-कहां हैं टेस्ट ट्रैक

दुनिया भर में देखें तो जापान और यूनाइटेड किंगडम टेस्ट ट्रैक में सबसे आगे हैं। इन दोनों देशों में तीन-तीन टेस्ट ट्रैक हैं। इसके बाद अमेरिका, रूस और पोलैंड का स्थान आता है। इन देशों में दो-दो टेस्ट ट्रैक हैं। छोटे से देश सिंगापुर में भी एक टेस्ट ट्रैक है। इसके अलावा स्पेन, रोमानिया, इटली, जर्मनी, फ्रांस, चेक गणराज्य और चीन में भी एक-एक रेलवे टेस्ट ट्रैक है। चीन के रेलवे टेस्ट ट्रैक में सर्टिफिकेशन की भी व्यवस्था है।
 

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