Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Aug, 2025 06:06 PM

भारत के शहरी बुनियादी ढांचा क्षेत्र में पिछले एक दशक में 30 लाख करोड़ रुपए का भारी निवेश हुआ है और अगले चार वर्षों में इसे 10 लाख करोड़ रुपए का और निवेश मिलने का अनुमान है। नारेडको के 17वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय आवास और शहरी...
नई दिल्लीः भारत के शहरी बुनियादी ढांचा क्षेत्र में पिछले एक दशक में 30 लाख करोड़ रुपए का भारी निवेश हुआ है और अगले चार वर्षों में इसे 10 लाख करोड़ रुपए का और निवेश मिलने का अनुमान है। नारेडको के 17वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के सचिव श्रीनिवास कटिकिथला ने शुक्रवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत में तेजी से शहरीकरण हो रहा है और अगले 20 वर्षों में 50 प्रतिशत से अधिक आबादी शहरी क्षेत्रों में रहेगी। उन्होंने तेज शहरीकरण को एक चुनौती और अवसर दोनों बताया।
सचिव ने रियल एस्टेट उद्योग से आग्रह किया कि वे अपनी परियोजनाओं को उन जगहों पर विकसित करें जहां बुनियादी ढांचा विकसित किया जा रहा है। उन्होंने रियल एस्टेट क्षेत्र से आवास से आगे अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार करने को भी कहा। कटिकिथला ने कहा, ''पिछले एक दशक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रेरक नेतृत्व में शहरी बुनियादी ढांचे और शहरी क्षेत्र पर बहुत अधिक ध्यान दिया गया है और भारी निवेश हुआ है।''
उन्होंने कहा, ''पिछले एक दशक में, हमने 30 लाख करोड़ रुपए का निवेश देखा है और 2004-2014 की अवधि के दौरान यह निवेश केवल 1.78 लाख करोड़ रुपए था।'' सचिव ने कहा कि आवास एवं शहरी मामलों का मंत्रालय केंद्र सरकार में चौथा सबसे बड़ा पूंजीगत व्यय वाला मंत्रालय है। उन्होंने रियल एस्टेट उद्योग से अपनी विकास गतिविधियों को मौजूदा बुनियादी ढांचे के साथ जोड़ने का अनुरोध किया।