Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Jul, 2025 10:59 AM

भारत की तेज़ी से बढ़ती डिजिटल भुगतान प्रणाली यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) जल्द ही एक स्मार्ट अपग्रेड पाने जा रही है। अब भुगतान के लिए न तो मोबाइल ऐप खोलने की जरूरत होगी, न ही थर्ड पार्टी इंटरफेस की। आपकी कार, स्मार्टवॉच, टीवी, रेफ्रिजरेटर या...
बिजनेस डेस्कः भारत की तेज़ी से बढ़ती डिजिटल भुगतान प्रणाली यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) जल्द ही एक स्मार्ट अपग्रेड पाने जा रही है। अब भुगतान के लिए न तो मोबाइल ऐप खोलने की जरूरत होगी, न ही थर्ड पार्टी इंटरफेस की। आपकी कार, स्मार्टवॉच, टीवी, रेफ्रिजरेटर या वॉशिंग मशीन जैसे उपकरण खुद ही भुगतान कर सकेंगे।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI), UPI का इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) संस्करण तैयार कर रहा है, जो विभिन्न स्मार्ट डिवाइसेज़ को सुरक्षित और स्वत: लेनदेन की सुविधा देगा।
कैसे काम करेगा यह नया सिस्टम?
- हर स्मार्ट डिवाइस को एक अलग वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) मिलेगा, जो आपकी मुख्य UPI ID से लिंक रहेगा।
- डिवाइसेज़ पूर्व-निर्धारित सीमा के भीतर स्वतः भुगतान कर सकेंगे।
- वन-टाइम पासवर्ड (OTP) के जरिए डिवाइस लिंक किया जाएगा।
- किसी भी समय यूज़र ऐप के जरिए आदेश या सीमा को बदल सकता है।
डिवाइसेज़ क्या-क्या कर सकेंगे?
- कार खुद पार्किंग शुल्क का भुगतान कर सकेगी।
- स्मार्टवॉच से मेट्रो टिकट या दुकान पर भुगतान किया जा सकेगा।
- स्मार्ट टीवी अपनी OTT सब्सक्रिप्शन खुद रिन्यू कर सकेगा।
सुरक्षा पर फोकस
NPCI कॉमन लाइब्रेरी, MPIN कैप्चर और डिवाइस-विशिष्ट UPI ID जैसी संरचनाओं पर काम कर रहा है। यह नया फीचर UPI Autopay और UPI Circle के साथ इंटीग्रेटेड रहेगा, जिससे उपयोगकर्ता दूसरे व्यक्ति या डिवाइस को भुगतान की पूर्व-अनुमति दे सकेंगे।
UPI के तेजी से बढ़ते आंकड़े
- जून 2025 में UPI पर 18.4 अरब ट्रांजैक्शन दर्ज हुए।
- FY2025 में अब तक 185.8 अरब लेनदेन, जो FY2024 के मुकाबले 41.7% ज्यादा है।
- FY2025 में UPI की हिस्सेदारी बढ़कर 83.4% हो चुकी है (FY2024 में 79.4%)।
- NPCI के अनुसार UPI के पास 10 गुना तक विस्तार की क्षमता है और इसका लक्ष्य 1 अरब मासिक यूजर तक पहुंचना है।
लॉन्च की तैयारी
यह IoT आधारित फीचर फिलहाल नियामक मंज़ूरी के अधीन है और इसे 2025 के ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल (GFF) में लॉन्च किए जाने की संभावना है।