Edited By Ajay Chandigarh,Updated: 07 May, 2023 07:16 PM
साइबर अपराध की बढ़ती चुनौतियों को दर्शाती बहुप्रतीक्षित पुस्तक साइबर एनकाऊंटर्स का ङ्क्षहदी संस्करण रविवार को लांच किया गया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डी.जी.पी. अशोक कुमार एवं पूर्व डी.आर.डी.ओ. वैज्ञानिक ओ.पी. मनोचा की पुस्तक का...
चंडीगढ़,(बंसल): साइबर अपराध की बढ़ती चुनौतियों को दर्शाती बहुप्रतीक्षित पुस्तक साइबर एनकाऊंटर्स का ङ्क्षहदी संस्करण रविवार को लांच किया गया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डी.जी.पी. अशोक कुमार एवं पूर्व डी.आर.डी.ओ. वैज्ञानिक ओ.पी. मनोचा की पुस्तक का विमोचन सेंट जोसेफ अकादमी सभागार, देहरादून में आयोजित समारोह में उक्त पुस्तक का विमोचन किया।
पुष्कर सिंह धामी ने दोनों लेखकों को बधाई देते हुए कहा कि तेजी से बढ़ते साइबर अपराध के परिदृश्य में यह पुस्तक काफी प्रासंगिक है। साइबर क्राइम आज के समय की सबसे बड़ी चुनौती है और प्रदेश के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा इस चुनौती के संबंध में जनता को जागरूक करना इस पुस्तक की प्रासंगिकता को और बढ़ा देता है। उत्तराखंड पुलिस साइबर क्राइम से निपटने में बहुत अच्छा काम कर रही है और देश के कोने कोने से साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज रही है। साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूकता बहुत महत्वपूर्ण है, यह पुस्तक साइबर क्राइम से संबंधित जागरूकता संदेश को जन-जन तक पहुंचाएगी।
साइबर अपराधियों का डिजीटल एनकाऊंटर्स कर उन्हें रोका जा सकता है
पुस्तक के लेखक उत्तराखंड के डी.जी.पी. अशोक कुमार जो कि पानीपत के गांव कुराना के निवासी हैं, ने बताया कि तेजी से बदलती तकनीक के कारण पूरा जीवन ऑनलाइन हो गया है और कोविड-19 के कारण जीवन के हर सेगामेंट में तकनीक का दायरा भी बढ़ा गया है। साइबर अपराधियों का हजारों मील दूर होना, डिजीटल फुटपिं्रट का न होना मुख्य चुनौतियां बन कर सामने आई है। साइबर टिप्स के माध्यम से साइबर अपराधियों का डिजीटल एनकाऊंटर्स कर साइबर अपराधों को रोका जा सकता है।