Edited By Priyanka rana,Updated: 26 Apr, 2020 09:42 AM
जी.एम.सी.एच.-32 में खुद स्टाफ ही कोरोना वायरस को निमंत्रण देने में लगा है। चाहे वह डॉक्टर हो, नर्सिंग हो या फिर स्टूडेंट्स और पैरा मैडिकल स्टाफ।
चंडीगढ़ (रमेश) : जी.एम.सी.एच.-32 में खुद स्टाफ ही कोरोना वायरस को निमंत्रण देने में लगा है। चाहे वह डॉक्टर हो, नर्सिंग हो या फिर स्टूडेंट्स और पैरा मैडिकल स्टाफ। इनमें से कई ऐसे हैं जो कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन को फॉलो नहीं कर रहे।
चंडीगढ़ प्रशासन व अस्पताल प्रबंधन की ओर से सख्त गाइडलाइन जारी की गई है कि अस्पताल में ड्यूटी देते समय सक्रंमण से बचाव के लिए लगाए जाने वाले मास्क, हैड कवर, शू कवर व एप्रैन को अस्पताल के भीतर ही बताए गए तरीके से उतारा जाएगा और अब अस्पताल में ही विशेष रूप से रखे गए पीले रंग के डस्टबिन में डाला जाएगा। कोई इन्हें बाहर लेकर नहीं जाएगा, क्योंकि इनमें सक्रंमण हो सकता है और अस्पताल के बाहर ले जाने से वह अन्य लोगों तक पहुंच सकता है।
पंजाब केसरी ने जब रियलिटी चैक किया तो यह खुलासा हुआ कि ड्यूटी के बाद स्टाफ के सदस्य शू कवर, हैड कवर व एप्रिन तक पहनकर ही बाहर निकल रहे थे और किसी ने पार्किंग में खड़ी गाड़ी के पास जाकर शूज कवर उतारकर पार्किंग में फैंके तो किसी ने हॉस्टल से पहले उतारकर सड़क पर फैंक दिए। एक स्टाफ सदस्य तो बेटे के साथ स्कूटर पर सारे सुरक्षा कवच पहनकर ही चली गई है।
सख्त कार्रवाई की जाएगी : डॉ.चवन
जी.एम.सी.एच.-32 के प्रिंसिपल व निदेशक प्रोफैसर बी.एस. चवन ने इस पर हैरानी जताई। उनका कहना था कि स्टाफ के लिए गाइडलाइन जारी की हुई है और उन्हें सख्ती से उनका पालन करने को कहा गया है। अगर किसी ने ऐसा किया है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो।