Edited By Prachi Sharma,Updated: 18 Dec, 2025 08:11 AM

Baba Vishwanath Mandir : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित नाथों के नाथ बाबा विश्वनाथ धाम अपनी भव्य संरचना और दिव्य वातावरण के कारण अब केवल देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है। धाम के पुनर्निर्माण के बाद यहां आने वाले...
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Baba Vishwanath Mandir : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित नाथों के नाथ बाबा विश्वनाथ धाम अपनी भव्य संरचना और दिव्य वातावरण के कारण अब केवल देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है। धाम के पुनर्निर्माण के बाद यहां आने वाले भक्तों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिला है। महाकुंभ के दौरान ही करोड़ों श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए, जबकि सामान्य दिनों में प्रतिदिन लगभग डेढ़ से दो लाख भक्त मंदिर पहुंचते हैं। वहीं सप्ताहांत और खास पर्वों पर यह संख्या कई गुना बढ़कर लाखों में पहुंच जाती है।
इतनी विशाल भीड़ को व्यवस्थित ढंग से संभालने और श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के दर्शन कराने के लिए मंदिर प्रशासन ने एक आधुनिक और प्रभावी क्राउड मैनेजमेंट व्यवस्था लागू की है। इसके तहत धाम परिसर में विशेष होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं, ताकि अचानक भीड़ बढ़ने की स्थिति में श्रद्धालुओं को सुरक्षित रूप से रोका जा सके। भक्तों की सुचारु आवाजाही के लिए जिक-जैक लाइन की व्यवस्था की गई है, जिससे दर्शन तक पहुंचना आसान हो गया है। पूरे परिसर पर नजर रखने के लिए अत्याधुनिक हेड काउंटिंग कैमरों की मदद ली जा रही है, जिससे भीड़ की संख्या पर लगातार निगरानी रखी जाती है।
भीड़ अधिक होने पर विशेष श्रद्धालुओं के लिए अलग प्रवेश द्वार की व्यवस्था की गई है, ताकि व्यवस्था प्रभावित न हो। इसके अलावा, मंदिर परिसर में कई स्थानों पर सहायता केंद्र बनाए गए हैं और पीए सिस्टम के जरिए समय-समय पर श्रद्धालुओं को जरूरी सूचनाएं दी जाती हैं। इसी सुव्यवस्थित व्यवस्था का परिणाम रहा कि महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में भी करोड़ों श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सहज रूप से बाबा विश्वनाथ के दर्शन कराए जा सके।
बाबा विश्वनाथ धाम का यह मॉडल अब देश के अन्य बड़े धार्मिक स्थलों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन गया है। कई प्रमुख मंदिरों के प्रबंधन ने इस प्रणाली को समझने और अपनाने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन से संपर्क किया है। मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा के अनुसार, उनकी टीम ऐसे संस्थानों को कंसल्टेंसी और प्रशिक्षण के माध्यम से सहयोग प्रदान करेगी।
मंदिर प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस कंसल्टेंसी से प्राप्त होने वाली राशि का उपयोग सीधे श्रद्धालुओं की सुविधाओं को और बेहतर बनाने में किया जाएगा। इसका उद्देश्य बाबा विश्वनाथ धाम में आने वाले भक्तों को पहले से अधिक सुरक्षित, सहज और सुखद दर्शन अनुभव प्रदान करना है।