Edited By Jyoti,Updated: 22 Jul, 2021 12:35 PM
धार्मिक शास्त्र के साथ-साथ वास्तु शास्त्र में दीप जलाना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे घर में व वहां रहने वाले लोगों के जीवन में से नकारात्मक ऊर्जा का विनाश होता है व सकारात्मक ऊर्जा का
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धार्मिक शास्त्र के साथ-साथ वास्तु शास्त्र में दीप जलाना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे घर में व वहां रहने वाले लोगों के जीवन में से नकारात्मक ऊर्जा का विनाश होता है व सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है। आज अपने इस आर्टिकल में हम आपको वास्तु शास्त्र में बताए गए दीप से जुड़े कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हें करने से गरीबी से छुटकारान पाया जा सकता है। तो आइए बिल्कुल देर न करते हुए जानते हैं इससे जुड़ी खास जानकारी-
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार दीपदान करना बेहद शुभ माना जाता है। सनातन धर्म के कुछ त्यौहारों व पर्वों पर खास रूप से दीपदान का महत्व है। इसके अलावा पितरों की मुक्ति की कामना से भी दीपदान किया जाता है।
क्या हैै दीपदान के फायदे-
कार्तिक मास में सरसों के तेल का दीपक बहती हुई नदी में प्रवाहित करने से दरिद्रता दूर होती है।
कार्तिक के महीने में भगवान विष्णु व उनके विभिन्न अवतारों के समक्ष दीपदान करने से व्यक्ति को समस्त यज्ञों, तीर्थों और दानों का फल प्राप्त होता है। इसके अलावा कहा जाता दीपदान करने से देवी लक्ष्मी व विष्णु जी की कृपा बरसती है।
विभिन्न प्रकार के अला-बला, गृहकलह, संकटों से, यम, शनि, राहु और केतु के बुरे प्रभाव से बचने के लिए दीपदान किया जाता है।
मान्यता है कि जिस व्यक्ति के जीवन में अंधकार हो अगर वो दीपदान करता है उसके जीवन में उजाला हो जाता है।
मोक्ष की कामना करने वाले व्यक्ति को दीपदान ज़रूर करना चाहिए।
इसके अतिरिक्त सनातन धर्म में होने वाली तमाम तरह की पूजा व मांगलिक कार्यों में सफलता पाने के लिए भी दीपदान का अधिक महत्व माना जाता है।