Edited By Sarita Thapa,Updated: 30 Oct, 2025 06:02 AM

नान में डायोजिनीज नामक एक महान संत रहते थे। उनकी शोहरत दूर-दूर तक फैली हुई थी। उनकी तारीफ सुनकर एक दिन सिकंदर उनसे मिलने गए। संत एक जंगल में बैठे धूप सेंक रहे थे।
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Best Motivational Story: यूनान में डायोजिनीज नामक एक महान संत रहते थे। उनकी शोहरत दूर-दूर तक फैली हुई थी। उनकी तारीफ सुनकर एक दिन सिकंदर उनसे मिलने गए। संत एक जंगल में बैठे धूप सेंक रहे थे।
सिकंदर ने उनके सामने खड़े रहकर कुछ देर प्रतीक्षा की कि संत का ध्यान उनकी ओर जाएगा, पर जब संत ने देर तक उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया तो वह चिढ़कर बोला, ‘‘बाबा, देखो मैं विश्व विजेता सिकंदर हूं।’’

डायोजिनीज ने आंख मूंदे ही जवाब दिया, ‘‘देखो, मैं डायोजिनीज हूं।’’ सिकंदर हत्प्रभ हो बोला, ‘‘आपके नाम की चारों ओर धूम मची हुई है, कहिए मैं आपकी क्या सेवा कर सकता हूं?’’
संत ने शांति के साथ जवाब दिया, ‘‘सिर्फ थोड़ा हटकर खड़े हो जाओ और सूरज की धूप मेरे ऊपर आने दो।’’ यह जवाब सुनकर सिकंदर संत के आगे नतमस्तक हो गया।
