Edited By Niyati Bhandari,Updated: 28 Oct, 2025 02:24 PM

Dev Deepawali 2025 Lakshmi Puja: देव दीपावली केवल दीप जलाने का पर्व नहीं है बल्कि देवत्व जागृत करने और आत्मशुद्धि का पर्व है। जो व्यक्ति इस दिन श्रद्धा से मां लक्ष्मी की पूजा, दीपदान, और दान-पुण्य करता है, उसके जीवन में कभी दरिद्रता नहीं आती। जहां...
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Dev Deepawali 2025 Lakshmi Puja: देव दीपावली केवल दीप जलाने का पर्व नहीं है बल्कि देवत्व जागृत करने और आत्मशुद्धि का पर्व है। जो व्यक्ति इस दिन श्रद्धा से मां लक्ष्मी की पूजा, दीपदान, और दान-पुण्य करता है, उसके जीवन में कभी दरिद्रता नहीं आती। जहां दीपक जलता है, वहां लक्ष्मी का निवास होता है और जहां प्रेम से की गई पूजा होती है, वहां विष्णु जी का आशीर्वाद बरसता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाए जाने का विधान है। जो बुधवार, 5 नवंबर 2025 को है। कार्तिक पूर्णिमा तिथि का आरंभ 5 नवंबर को सुबह 4:52 बजे होगा और समापन 6 नवंबर को सुबह 6:10 बजे। पूजन का श्रेष्ठ समय: शाम 6:00 बजे से रात 8:00 बजे तक (प्रदोष काल)
Dev Deepawali 2025 Lakshmi Puja Vidhi देव दीपावली 2025 लक्ष्मी पूजन विधि
पूजन स्थल की तैयारी
घर के उत्तर या पूर्व दिशा में स्वच्छ स्थान चुनें। वहां लाल या पीले कपड़े पर भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। मूर्तियों के आगे शुद्ध घी का दीपक जलाएं। पूजा स्थल पर तुलसी पत्ता, कमल फूल, चावल, नारियल, फल और मिठाई रखें।

देवी लक्ष्मी पूजन विधि
आवाहन मंत्र- इस मंत्र से मां लक्ष्मी को अपने घर में आमंत्रित करें। ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नी च धीमहि। तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात्॥
दीप जलाना- हर दीपक में एक तुलसी पत्ता और चावल का दाना डालें। माना जाता है कि ऐसा करने से देवी लक्ष्मी स्वयं उस दीप में विराजमान होती हैं। 11, 21 या 108 दीपक जलाएं।
लक्ष्मी को अर्पण
मां लक्ष्मी को गुलाबी या सफेद कमल का फूल, खीर, मिश्री, सुपारी और पान अर्पित करें। उसके बाद श्रीसूक्त या लक्ष्मी अष्टक स्तोत्र का पाठ करें।
भगवान विष्णु पूजन
देव दीपावली पर केवल लक्ष्मी ही नहीं, बल्कि विष्णु भगवान की आराधना भी आवश्यक है।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 108 बार जाप करें। यह मंत्र जीवन में स्थिरता और समृद्धि लाता है।

दीपदान का विधान
रात्रि में घर की छत, आंगन या नदी तट पर दीपदान करें। कम से कम 51 दीपक जलाने का संकल्प लें। हर दीप जलाते समय बोले, “दीपो ज्योतिर्ब्रह्म, दीपो ज्योतिर्जनार्दनः। दीपेन साद्यते सर्वं, सन्ध्यादिपं नमोऽस्तुते॥”
Surefire mantras to please Goddess Lakshmi देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के अचूक मंत्र
लक्ष्मी बीज मंत्र: ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः
धन और समृद्धि के लिए: ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नमः॥
कुबेर-संयोग मंत्र: ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये नमः॥
लक्ष्मी-नारायण संयुक्त मंत्र: ॐ लक्ष्म्यै नमः। ॐ नारायणाय नमः॥

मां लक्ष्मी पूजन के बाद क्या करें
मां लक्ष्मी के आगे शंख बजाएं और घंटी ध्वनि करें। आरती करें, ॐ जय लक्ष्मी माता का गायन करें। अंत में दीपक से घर के कोनों में घुमाकर नकारात्मक ऊर्जा दूर करें। पूजा के बाद खीर, हलवा या पंचमेवा का प्रसाद बांटें।
Special remedies for Dev Deepawali देव दीपावली के विशेष उपाय
तुलसी पर दीपक जलाना न भूलें, यह शुभता और पारिवारिक सुख का प्रतीक है। गरीबों को अन्न, वस्त्र और मिठाई दान करें।
रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य दें और परिवार की सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें।
देव दीपावली 2025 धन, सौभाग्य और मोक्ष का संगम पर्व है। इस दिन श्रद्धा से देवी लक्ष्मी का पूजन और दीपदान करने से घर में अक्षय संपत्ति, सुख-शांति और विष्णु-लक्ष्मी की अनंत कृपा प्राप्त होती है।
