Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Oct, 2025 03:00 PM

Diwali pushya nakshatra 2025: पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा कहा जाता है। यह नक्षत्र धन, समृद्धि और स्थायित्व का प्रतीक है। हिंदू शास्त्र और पंचांग के अनुसार, जब यह नक्षत्र दीपावली से पहले आता है, तो खरीदारी, निवेश और शुभ कार्य करने के लिए...
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Diwali pushya nakshatra 2025: पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा कहा जाता है। यह नक्षत्र धन, समृद्धि और स्थायित्व का प्रतीक है। हिंदू शास्त्र और पंचांग के अनुसार, जब यह नक्षत्र दीपावली से पहले आता है, तो खरीदारी, निवेश और शुभ कार्य करने के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इस वर्ष, पुष्य नक्षत्र 14 और 15 अक्टूबर 2025 को रहेगा। इसका समय लगभग 24 घंटे से अधिक है, जिससे भक्तों को पूरी रात और दो दिन तक शुभ कार्य करने का पर्याप्त अवसर मिलेगा।

पुष्य नक्षत्र 2025 की तिथि और समय
प्रारंभ: 14 अक्टूबर 2025, मंगलवार, सुबह 11:54 बजे
समापन: 15 अक्टूबर 2025, बुधवार, दोपहर 12:00 बजे

शुभ चौघड़िया मुहूर्त
14 अक्टूबर: सुबह 11:54 बजे – 01:33 बजे (चर, लाभ, अमृत)
15 अक्टूबर: सुबह 06:22 बजे – दोपहर 12:00 बजे

शुभ संयोग: मंगल पुष्य और बुध पुष्य
मंगल पुष्य (14 अक्टूबर)
मंगलवार को पुष्य नक्षत्र होने के कारण इसे मंगल पुष्य कहा जाता है। यह संयोग भूमि, संपत्ति, वाहन और घर की खरीदारी के लिए अत्यंत शुभ है। मंगल ग्रह की कृपा से निवेश और नई खरीदारी लंबे समय तक लाभदायक होती है।

बुध पुष्य (15 अक्टूबर)
बुधवार को पुष्य नक्षत्र होने के कारण इसे बुध पुष्य कहा जाता है। यह दिन ज्ञान, शिक्षा, व्यापार और निवेश से जुड़े कार्यों के लिए विशेष फलदायी होता है।
पुष्य नक्षत्र में खरीदारी का महत्व
सोना और चांदी खरीदना शुभ माना जाता है।
नए कपड़े, आभूषण और धार्मिक वस्तुएं इस समय लेने से धन, सुख और समृद्धि बढ़ती है।
शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य लंबे समय तक लाभ और स्थायित्व देते हैं।
