Edited By Prachi Sharma,Updated: 16 Dec, 2023 01:49 PM
हकीम लुकमान के बारे में सर्वमान्य मान्यता है कि वह अफ्रीका से खरीदे गए गुलाम थे। उन्हें अरब के किसी उमराव ने खरीदा था। एक
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Inspirational Context: हकीम लुकमान के बारे में सर्वमान्य मान्यता है कि वह अफ्रीका से खरीदे गए गुलाम थे। उन्हें अरब के किसी उमराव ने खरीदा था। एक दिन उमराव ने लुकमान को एक ककड़ी खाने को दी। ककड़ी कड़वी थी। लुकमान ने वह ककड़ी बड़े प्यार से खा ली।
उसने अपने मालिक के जरा भी ध्यान में नहीं आने दिया कि यह कड़वी है। मालिक ने जब बाद में वह ककड़ी खाई तो उसे कड़वी लगी। उसने लुकमान से पूछा, “जब ककड़ी कड़वी थी तो तुमने खाई क्यों?”
लुकमान ने जवाब दिया था- आपने हमेशा मुझे खाने को अच्छे स्वादिष्ट फल दिए है। एक दिन आपने गलती से एक कड़वा फल दे दिया तो क्या मैं उसे फैंक दूं ?
आपके द्वारा मेरे ऊपर किए गए अहसानों का यह अपमान होता। मुझे आपकी बगिया के फूल पसंद हैं तो उन फूलों के साथ उगने वाले कांटों को भी पसंद करना होगा।
उमराव ने उसी समय लुकमान को आजाद कर दिया। उसके बाद ही लुकमान हकीम बने। आज उनके नुस्खों से लोग आराम पा रहे हैं। उनके द्वारा दी गई नसीहत भी आज लोगों को नेक राह दिखा रही है।