Mothers day 2022: यूं शुरू हुई परम्परा ‘मदर्स डे’ की

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 09 May, 2022 08:46 AM

mothers day

हर इंसान की जिंदगी में मां सबसे अहम स्थान रखती हैं। वह अपने बच्चों के मन की बात कहे बिना ही आसानी से समझ जाती हैं। अच्छी परवरिश से लेकर सही मार्गदर्शन के रूप में हर समय वह बच्चों का साथ देती हैं।

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Mothers day 2022: हर इंसान की जिंदगी में मां सबसे अहम स्थान रखती हैं। वह अपने बच्चों के मन की बात कहे बिना ही आसानी से समझ जाती हैं। अच्छी परवरिश से लेकर सही मार्गदर्शन के रूप में हर समय वह बच्चों का साथ देती हैं। ‘मदर्स डे’ एक ऐसा दिन है जो मां को समर्पित है। यह खास दिन मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। इस साल इसे 8 मई यानी कल मनाया गया।

मदर्स डे का प्राचीन इतिहास 
प्राचीन काल की बात करें तो कुछ विद्वानों का दावा है कि मां के प्रति सम्मान यानी मां की पूजा का रिवाज यूनान से आरंभ हुआ। प्राचीन काल में मां के प्रति सम्मान यानी मां की पूजा वहीं की जाती थी। कइयों का मानना है कि उस समय के लोग ग्रीस देवताओं की मां की पूजा करते थे। 

एशिया माइनर के इलाकों और साथ ही साथ रोम में भी वसंत के आस-पास इदेस ऑफ मार्च 15 मार्च से 18 मार्च तक मनाया जाता था। यूरोप और ब्रिटेन में मां के प्रति सम्मान दर्शाने की कई परंपराएं प्रचलित हैं। उसी के अंतर्गत एक खास रविवार को मातृत्व और माताओं को सम्मानित किया जाता था जिसे ‘मदरिंग संडे’ कहा जाता था। परम्परानुसार इस दिन प्रतीकात्मक उपहार देने तथा मां का हर काम परिवार के सदस्य द्वारा किए जाने का उल्लेख मिलता है। अमरीका में सर्वप्रथम मदर डे प्रोक्लॉमेशन जुलिया वॉर्ड होवे द्वारा मनाया गया था।

मदर्स डे का आधुनिक इतिहास 
आज जिस तरह से ‘मदर्स डे’ मनाया जाता है उसका इतिहास भी दिलचस्प है। इस दिन की शुरूआत एना जार्विस नामक एक महिला ने की थी। उनके बारे में कहा जाता है कि एना अपनी मां से बहुत प्यार करती थी जिनका निधन हो जाने के बाद उनके प्रति सम्मान और प्यार दिखाने के लिए इस खास दिन की शुरूआत की थी। 

एना की इस पहल का पालन लोगों ने कई सालों तक किया। कहा जाता है कि ‘मदर्स डे’ मनाने का पहला विचार लगभग साल 1908 के आसपास आया था लेकिन कई सालों तक उतार-चढ़ाव के बाद लगभग 1914 के बाद इसे मनाने की घोषणा हुई। तब से मई महीने के दूसरे रविवार को इसे मनाया जाने लगा। 

अब कई दशकों से भारत में भी यह काफी लोकप्रिय है। आज इस दिन को प्यार के साथ सैलिब्रेट किया जाता है। इस दिन लोग मां को गिफ्ट देना और उनके साथ समय बिताना पसंद करते हैं। 

वैसे अलग-अलग देशों में मां को समर्पित दिनों को अपने तरीकों से अपने तय दिनों पर मनाने की परम्परा भी है। जापान में मातृ दिवस शोवा अवधि के दौरान महारानी कोजुन (सम्राट अकिहितो की मां) के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता था। आज कल इसे अपनी मां के लिए ही लोग मनाते हैं। वहां बच्चे गुलनार और गुलाब के फूल उपहार के रूप में मां को अवश्य देते हैं। थाईलैंड में मातृत्व दिवस थाइलैंड की रानी के जन्मदिन पर मनाया जाता है। 

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